Rajasthan: राजस्थान तकनीकी विवि ने डिजी लॉकर पर अपलोड की सबसे ज्यादा डिग्रियां, छात्रों को क्या होगा फायदा?
Rajasthan News: राजस्थान तकनीकी विवि डिजी लॉकर पर सर्वाधिक डिग्रियां अपलोड करने वाला प्रदेश का पहला तकनीकी विश्वविद्यालय बन गया है, अब तक 1.25 लाख से ज्यादा डिग्री डिजिटल लॉकर पर अपलोड हो गया है.
Rajasthan Latest News: डिजिटल युग में एक से बढ़कर एक नवाचार हो रहे हैं. वहीं कई सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिस कारण लोगों की कई समस्याओं का समाधान शीघ्र हो रहा है. डिजिटल की सुविधा का एक और उदाहरण राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में देखने को मिला. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय डिजिटल लॉकर पर सर्वाधिक डिग्रियां अपलोड करने वाला प्रदेश का पहला तकनीकी विश्वविद्यालय बन गया है. यूनिवर्सिटी अब तक 1.25 लाख से ज्यादा डिग्री डिजिटल लॉकर पर अपलोड कर चुका है.
डिजिटल लॉकर की सुविधा देकर विश्वविद्यालय ने ऑरिजनल डॉक्यूमेंट खो जाने का विद्यार्थियों का डर खत्म कर दिया है. इस लॉकर पर मौजूद डिग्रियां न केवल सुरक्षित रहेंगी बल्कि नौकरी के दौरान दस्तावेज साथ रखने की झंझट से भी मुक्ति मिलेगी. वहीं कंपनियों की ओर से डिग्रियों की सत्यता जांचने के लिए यूनिवर्सिटी के जवाब का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. डिजिटल लॉकर पर उपलब्ध दस्तावेज मान्य होंगे. आरटीयू ने विद्यार्थियों को डिजी लॉकर की सुविधा देकर बड़ी राहत दी है.
डिग्री के लिए यूनिवर्सिटी आने की नहीं पड़ेगी जरूरत
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. धीरेंद्र माथुर ने बताया कि पिछले चार सालों से डिजिटल लॉकर पर डिग्रियां अपलोड की जा रही हैं. अब तक बीटेक, एमटेक, एम आर्क, एमबीए, एमसीए, बी आर्क सहित कई ब्रांचों की 1.25 लाख डिग्रियां डिजी लॉकर पर अपलोड़ की जा चुकी हैं. इस व्यवस्था से छात्रों को जरूरत पड़ने पर डिग्री के लिए यूनिवर्सिटी आने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वह देश या विदेश में कहीं भी रहेंगे, अपनी डिग्री या मार्कशीट का प्रिंट निकाल सकेंगे या ऑनलाइन वेरिफिकेशन करवा सकेंगे.
विद्यार्थियों को जॉब के लिए अपने साथ शैक्षणिक डॉक्यूमेंट की हार्ड कॉपी लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. स्टूडेंट्स डिजी लॉकर पर अकाउंट बनाकर अपनी डिग्रियां सहत कई दस्तावेज उसमें रख सकता हैं. जॉब के लिए इंटरव्यू के दौरान हार्ड कॉपी के बजाए डीजी लॉकर पर ऑनलाइन अपनी डिग्री दिखा सकते हैं. यह सौ फीसदी वैलिड होते हैं.
डिजिटल इंडिया का सपना हो रहा साकार
डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए सरकार ने डिजिटल लॉकर को मान्यता दी है. यह भारत सरकार का एक मोबाइल ऐप और वेबसाइड है, जहां स्टूडेंट्स और व्यक्ति अपने शैक्षणिक सहित तमाम तरह के जरूरी दस्तावेज जैसे- पैन कार्ड, पासपोर्ट, मार्कशीट, डिग्री, प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के कागजात सहित कई दस्तावेज इस लॉकर में अपलोड कर सकते हैं.
इसके लिए स्वयं का अकाउंट बनाना होगा. उन्हें आधार नंबर की जानकारी देनी होगी. यूजर आईडी आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से लिंक होगी. इसके बाद वे विवि की ओर से अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट को प्राप्त कर सकेंगे. इससे कहीं भी नौकरी या पढ़ाई के लिए ऑनलाइन आवेदन पर उनका सर्टीफिकेट आसानी से प्रमाणित किया जा सकेगा.
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