Baran News: विश्वास कहे या अंधविश्वास...राजस्थान (Rajasthan) के बारां (Baran) में घोड़े पर सवार होकर घोड़ले (भोपा) और नाग के एक साथ कटोरी में दूध पीने का वाक्या सामने आया है. पूरा वाक्या जिले के सीसवाली कस्बे के तेजाजी के थानक की बिनौरी का है. वहीं झाड़-फूंक से रोज सांप दंश पीड़ित लोगों का उपचार भी किया जाता है. इसे ग्रामीण बड़े ही कौतुहलता से देखते हैं, लेकिन यह वाक्या क्या है, कैसे यह संभव है? लोगों की समझ नहीं आ रहा है.

 

सीसवाली कस्बे के कृषि उपज मंडी प्रांगण में स्थित तेजाजी महाराज के थानक पर तेजाजी महाराज का जागरण किया गया. यहां जागरण के दौरान गुर्जर समाज के मंदिर की परिक्रमा की जगह से नागराजा को पुजारी रामबाबू कुम्हार की ओर से लाया गया, जहां तेजाजी महाराज के घोड़ले ने नागराजा को अपने गले में डाल कर घोड़ले और नाग ने शोभा यात्रा में घोड़े पर सवार होकर एक ही कटोरी में एक साथ दूध पीया.

 


 

जानिए क्या बोले सांप के साथ दूध पीने वाले रामबाबू?

 

इस दृश्य को सैकड़ों लोग अपनी आंखों से देखते हैं. जागरण में आए सभी ग्रामीण श्रद्धालुओं ने नागराजा के दर्शन किए. ग्रामीण यहां पर जहरीले कीड़े के काटने पर ढंसी भी तेजाजी के थानक पर कटवाने आते हैं और रोज सांप दंश से पीड़ित लोग इलाज के लिए यहां पर आते हैं. सांप के साथ एक कटोरी में दूध पीने वाले रामबाबू प्रजापति भोपा का कहना है, "तेजादशमी के दिन यहां पर सांप स्वयं मंदिर से निकलता है. मैं और सांप दोनों एक ही कटोरी से दूध पीते हैं और ये चमत्कार पिछले कई साल से होता आ रहा है."

 

'चमत्कारिक है तेजाजी महाराज का स्थान'

 

साथ ही रोज जहरीले सांप और दूसरे कीड़े के दंश से प्रभावित लोग यहां आते हैं और इनका झाड़-फूंक से शरीर से जहर निकाल कर सही किया जाता है. यह सब तेजाजी महाराज की कृपा है. जहरीले सांप और दूसरे कीड़े के दंश से प्रभावित लोगों, जो यहां पर उपचार कराने आए, उनका कहना है कि तेजाजी महाराज का यह स्थान चमत्कारिक है, यहां पर जहरीले सांप और कीड़े के दंश से प्रभावित लोग सही होकर जाते हैं. आज तक यहां पर जो भी दंश प्रभावित लोग आए हैं, वो सब लोग सही होकर गए हैं. यह चमत्कार है और लोगों की आस्था है.