Jalore Death Case: दलित बच्चे की मौत के बाद इलाके में तनाव, 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद, विपक्ष ने सरकार को घेरा
जालोर में दलित बच्चे की टीचर द्वारा पिटाई के बाद मौत के मामले को लेकर विपक्ष गहलोत सरकार पर हमलावर है. बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
Jalore Death Case: राजस्थान के जालोर में टीचर द्वारा पिटाई से बच्चे की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मौत की खबर के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्सा है. इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 24 घंटे के लिए जालोर में इंटरनेट बंद कर दिया है. लोग आरोपी टीचर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इस मामले को लेकर विपक्ष ने गहलोत सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बच्चे की मौत को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान सरकार पर निशाना साधा है.
'प्रशासन का डर खत्म'
सतीश पूनिया ने कहा, "एक व्यक्ति ऐसे कृत्य करता है जब उसे प्रशासन का कोई डर नहीं होता है. अनगिनत घटनाओं से पता चलता है कि राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री असहाय हैं. दोषियों को कठघरे में खड़ा किया जाना चाहिए."
ये है पूरा मामला
दरअसल जालोर के सुराणा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ने वाले दलित छात्र ने स्कूल में पानी की मटकी को क्या छू लिया. इसके बाद टीचर ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. पिछले करीब 24 दिन से बच्चे का अहमदाबाद में इलाज चल रहा था. इससे पहले उदयपुर में भी इलाज चला था. घटना राजस्थान के जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव की है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मामले को लेकर ट्वीट किया.
जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का भी आरोप
20 जुलाई को तीसरी कक्षा के स्टूडेंट इंद्र मेघवाल ने पानी की मटकी को छू लिया था. पिता का आरोप है कि इसके बाद टीचर छैल सिंह ने इतनी पिटाई की थी कि उसकी हालत गंभीर हो गई. बच्चे के पिता देवाराम ने बताया कि स्कूल में जातिवाद के नाम पर मेरे बेटे की पिटाई की गई. सामान्य दिनों की तरह 20 जुलाई को भी इंद्र स्कूल गया था. सुबह करीब साढ़े दस बजे उसे प्यास लगी. उसने स्कूल में रखी मटकी से पानी पी लिया. उसे नहीं पता था कि यह मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है. इससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीते हैं. छैल सिंह ने इंद्र को बुलाया और जमकर पीटा. इतना पीटा की उसकी दाहिनी आंख और कान पर अंदरुनी चोटें आईं. छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया.
24 दिन से चल रहा था इलाज
पहले तो लगा कि हल्की चोट आई है. परंतु ऐसा नहीं था. पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गए. यहां से उसी दिन उदयपुर रेफर कर दिया गया था. यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे. शुरुआती जांच में सामने आया कि पिटाई से बच्चे के कान की नस फट गई थी यहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई. शनिवार को बच्चे की मौत के बाद शनिवार शाम टीचर छैल सिंह को सायला पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
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