Voter ID Card-Aadhar Linking:  लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए देशभर में चलाए जा रहे मतदाता पहचान पत्र (Voter ID ) को आधार कार्ड (Aadhar)से लिंक करने के अभियान में राजस्थान (Rajasthan) ने एतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. प्रदेश ने दो करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है. इसमें धौलपुर सबसे अव्वल है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि अब तक कुल 3 करोड़ 1 लाख 34 हजार 321 फॉर्म 6 बी के अंतर्गत प्राप्त हुए हैं. गुप्ता ने बताया कि 31 विधानसभा क्षेत्रों में 1.80 लाख से ज्यादा आधार संख्या जोड़ी गई है. वहीं 7 विधानसभा क्षेत्रों में यह आंकड़ा 20 लाख को पार कर गया है. प्रचार प्रसार के साथ ही राज्य सरकार लगातार विभिन्न माध्यमों से प्रयास कर रही है.


धौलपुर जिले में 85.23 प्रतिशत
उन्होंने बताया कि आधार संख्या जोड़ने में धौलपुर 85.23 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है. सवाई माधोपुर 74.05, गंगानगर 73.10, नागौर 69.60, अलवर 69.22: फीसदी के साथ प्रदेश के अग्रणी जिले हैं. उन्होंने बताया कि राज्य का औसत प्रतिशत 59.33 है. वहीं सभी विधानसभा क्षेत्रों का औसत 1 लाख 50 हजार 672 है. किशनगढ़ बास 86.91, डेगाना 8619, धौलपुर 85.67 राजाखेड़ा 85.46, बसेड़ी 85.25 फीसदी के साथ अग्रणी विधानसभा क्षेत्र है. वहीं कोटा की बात करें तो करीब सात लाख मतदाताओं में से 52 प्रतिशत कार्य वोटर आईडी से आधार को लिंक करने का हो गया है. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों में सभी मतदाताओं के वोटर आईडी इससे लिंक हो जाएंगे. कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र की कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंजमंडी, सांगोद, पिपल्दा, केशवराय पाटन और बूंदी विधानसभा में वोटर आईडी को आधार से लिंक करने का अभियान चलाया हुआ है.


वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने की खास बातें



  • चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक, वोटर आईडी के साथ आधार कार्ड को लिंक करने के लिए अधिकृत करता है, यह लोकसभा में दिसंबर 2021 में ध्वनि मत से पारित किया गया था.

  • वोटर आईडी को आधार कार्ड से जोड़ने से एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में या एक ही निर्वाचन क्षेत्र में एक से अधिक बार एक ही व्यक्ति के नाम के पंजीकरण की पहचान करने में मदद मिलेगी.

  • मतदाताओं की पहचान स्थापित करने और मतदाता सूची में प्रविष्टियों के प्रमाणीकरण और एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में या एक ही निर्वाचन क्षेत्र में एक से अधिक बार एक ही व्यक्ति के नाम के पंजीकरण की पहचान करने के लिए मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा.

  • मतदाताओं द्वारा आधार संख्या मतदाता पंजीकरण नियम, 1980 के उप-नियम 26बी द्वारा अधिसूचित फॉर्म-6बी में दी जाएगी, फॉर्म-6 बीएनवीएसपी डॉट इन पर ऑनलाइन उपलब्ध होगा. स्व-प्रमाणीकरण के बाद, मतदाता मतदाता पोर्टल / ऐप पर ऑनलाइन फॉर्म -6 बी भर सकता है.

  • भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण  के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी का उपयोग करके आधार को स्व-प्रमाणित कर सकता है.  मतदाता स्व-प्रमाणीकरण के बिना आवश्यक संलग्नकों के साथ फॉर्म -6 बी ऑलाइन जमा करेगा. मतदाता सूची डेटाबेस से मतदाता का नाम नहीं हटाया जाएगा, क्योंकि मतदाताओं द्वारा आधार प्रदान करना स्वैच्छिक है और इस आधार पर कि उनके द्वारा आधार संख्या प्रदान नहीं की गई है.


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