Jodhpur News: जोधपुर कृषि मंडी प्रशासन ने चाय पर 1.60 मंडी शुल्क व 0.50 पैसा किसान कल्याण फीस लागू कर दी है. इस पर नाराज चाय के थोक व्यापारी 7 दिन की हड़ताल पर चले गए हैं. व्यापारियों ने 29 अप्रैल से लागू इस मंडी शुल्क व किसान कल्याण फीस का शुल्क हटाने को कहा है.
व्यापारियों ने की यह मांग
जोधपुर कृषि मंडी के चाय के थोक व्यापारियों में मंडी प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है व्यापारियों का कहना है कि चाय न तो राजस्थान में पैदा होती है और न ही पूरा देश में चाय पर पांच प्रतिशत जीएसटी से अतिरिक्त कोई कर है. राज्य सरकार जबरदस्ती यह कर हम पर थोप रही है. इस शुल्क से चाय 5 से 10 रुपए महंगी हो जाएगी. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल में वैसे ही घाटे में चल रहे हैं
चाय व्यापारियों ने सौपा ज्ञापन
बड़ी बात तो यह है कि कृषि मंडी में लगने वाली दुकान पर यह शुल्क देना होगा और जोधपुर में कही भी चाय के व्यापारी दुकान लगाएं तो यह शुल्क नहीं लगेगा. ऐसे में व्यापारियों में ज्यादा रोष है. उनका कहना है कि यह तो मंडी के व्यापारियों को टार्गेट किया जा रहा है. कृषि मंडी में 70 से 80 दुकान चाय के थोक व्यापारियों की है.चाय के थोक व्यापारियों ने इस शुल्क को हटाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को सौंपा.
आपको बता दें कि जोधपुर कृषि मंडी प्रशासन ने चाय पर 1.60 मंडी शुल्क व 0.50 पैसा किसान कल्याण फीस लागू कर दी है. इस पर नाराज चाय के थोक व्यापारी 7 दिन की हड़ताल पर चले गए हैं.
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