Ramgarh Visdhari Tiger Reserve: राजस्थान में रणथंभौर और सरिस्का के बाद कोटा (Kota) संभाग के बूंदी (Bundi) जिले में प्रदेश की तीसरी जंगल सफारी को शुरू कर दिया गया है. इस सफारी को बूंदी उत्सव के दौरान शुरू किया गया. अब देसी-विदेशी पर्यटक यहां टाइगर्स के साथ अन्य जानवरों का दीदार कर सकेंगे. यही नहीं यहां 100 से अधिक पक्षियों के प्रजातियां भी हैं, जो अपनी आवाज का जादू बिखेरंगी. पर्यटक इसका भी आनंद ले सकेंगे. 


बूंदी ऐसा क्षेत्र हैं, जहां पर्यटक आते हैं और यहां की कला-संस्कृति को निहारते और आनंद लेते हैं, लेकिन अब जंगल सफारी के शुरू होने से यहां की आबो हवा ही बदलने वाली है. बूंदी जिले के रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभयारण्य (Ramgarh Visdhari Tiger Reserve) में जंगल सफारी की शुरूआत हो गई है. खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना ने दलेलपुरा स्थित वन नाके से जंगल सफारी का शुभारंभ किया. जंगल सफारी में 3 जिप्सी से 4 विदेशी और 14 भारतीय सैलानियों को जंगल की सैर कराई गई.बूंदी अब टाइगर रिजर्व में सफारी करवाने वाला प्रदेश का तीसरा जिला बन गया है. 


जंगल सफारी से युवाओं को मिलेगा रोजगार
रणथंभौर और सरिस्का में पहले से सफारी चल रही है. कोटा में भी जंगल सफारी के प्रयास चल रहे हैं और वहां भी जल्द ही जंगल सफरी का मजा लिया जा सकेगा.  फिलहाल वहां एक ही टाइगर है, जिसका जोड़ा बनाने का प्रयास लम्बे समय से चल रहा है. यहां कई टाइगर और उनके शवकों की मौत प्रोजेक्ट के लिए समस्या बनी हुई है, लेकिन बूंदी में जानवरों को यहां का जंगल रास आ रहा है. यहां जंगल सफारी शुरू होने के साथ ही युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे. राज्य मत्री अशोक चांदना ने कहा कि टाइगर रिजर्व में सफारी का शुभारंभ पूरे जिले के लिए बहुत फायदेमंद होगा. 


पर्यटन में आएगा बूम
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के दरवाजे खुलेंगे. साथ ही विकास के नए आयाम स्थापित होंगे. देश के कोने-कोने से यहां आने वाले पर्यटक आनंदित होंगे और क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी शुरू होने पर जिले वासियों को बधाई देते हुए कहा कि इससे पर्यटन क्षेत्र में बूम आएगा. आने वाले दिनों में बूंदी विकास के नए आयाम स्थापित करेगा. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक और उप क्षेत्र निदेशक संजीव शर्मा ने कहा कि बूंदी के लिए यह ऐतिहासिक दिन है. पर्यटन बढ़ने से लोगों को रोजगार मिलेगा और विकास होगा. उन्होंने कहा कि भविष्य में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने से बूंदी में आपार विकास होगा.


1500 स्क्वॉयर किमी में अभयारण्य
रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभयारण्य की कई विशेषताएं हैं. यह लगभग 1500 स्क्वॉयर किमी है. इसमें 500 वर्ग किमी कोर क्षेत्र जंगल में फैला हुआ है. यहां पानी की पर्याप्त व्यवस्था है. जंगल सफारी के रूट पर टाइगर, लेपर्ड, चितल, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली, सांभर, लोमड़ी, नीलगाय, चीतल, बारहसिंगा, बंदर, लंगूर, नेवला और गिलहरी का दीदार हो सकेगा. इसके अलावा मोर, बटेर, कबूतर, बगुला, चील, गिद्ध, उल्लू, गौरैया और तोता सहित यहां 100 से ज्यादा पक्षी भी नजर आएंगे.


रामगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी का आनंद लेने के लिए देशी पर्यटकों को 780 रुपये प्रति पर्यटक देने होंगे. वहीं विदेशी पर्यटकों को यहां घूमने के लिए प्रति पर्यटक 1150 रुपये चुकाने होंगे. विद्यार्थियों को 700 रुपये में जंगल सफारी करवाई जाएगी.  


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