Rajasthan News: व्यापारी से 10 लाख की फिरौती मांगने के आरोप में तीन बदमाश गिरफ्तार, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम से कर रहे थे वसूली
व्यापारी से 10 लाख की फिरौती मांगने के आरोप में तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम से फिरौती मांग रहे थे.
राजस्थान के कई जिलों में गैंगस्टर के नाम पर फिरौती मांगने का गोरखधंधा चल रहा है. आए दिन व्यापारियों को डरा धमका कर फिरौती मांगी जाती है. इसी सिलसिले में श्रीगंगानगर पुलिस ने खुलासा करते हुए आरजू बिश्नोई गैंग के तीन गुर्गे को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम पर जवाहर नगर निवासी एक व्यापारी से 10 लाख की फिरौती मांगने के आरोप में पंजाब के अबोहर निवासी गैंगस्टर आरजू बिश्नोई के तीन गुर्गों अक्षय कुमार पुत्र राजेंद्र कुमार (25) निवासी गांव अबूब शहर डबवाली हरियाणा, तरुण कुमार पुत्र बालवीर (22) निवासी इंदिरा कॉलोनी श्रीगंगानगर एवं हंसराज पुत्र नेता राम (40) निवासी चक 6जी फर्स्ट थाना चुनावड श्रीगंगानगर को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से अन्य वारदातो के बारे मे पूछताछ की जा रही है.
श्रीगंगानगर एसपी आनन्द शर्मा ने बताया कि शनिवार को तिलक नगर श्रीगंगानगर निवासी कैलाश अग्रवाल ने थाना जवाहरनगर पर एक रिपोर्ट दी. जिसमें बताया कि 7 सितम्बर की रात उसके व्हाटसएप नम्बर पर अज्ञात नम्बर से एक कॉल आई. जिसने अपने आप को गोल्डी बराड़ का आदमी बताते हुए 10 लाख रूपये की मांग की नहीं देने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी. उसके बाद उस नम्बर से बार बार काल व व्हाटसएप मैसेज कर फिरोती के लिए जान से मारने की धमकी दी जा रही थी व्यापारी की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया.
पुलिस टीम ने प्रकरण दर्ज होने के दो घंटे के अन्दर तकनीकी साक्ष्य संकलित करते हुए फिरोती की डिमांड करने वाले आरोपी अक्षय कुमार, तरूण कुमार व हंसराज को फिरोती की डिमांड मे प्रयोग किये गये मोबाईल फोन सहित गिरफ्तार किया गया. जिन्होंने आरजू विश्नोई के निर्देश पर गोल्डी बैराड़ के नाम से वर्चुअल नंबर से व्यापारियों को फोन कर लाखों रुपए की फिरौती की डिमांड की गई है.
वारदात ट्रेस आऊट करने के लिये सीओ अरविन्द बैरड़ के सुपरविजन में थानाधिकारी जवाहरनगर नरेश कुमार, थानाधिकारी सदर कुलदीप चारण, एसआई पवन कुमार, डीएसटी प्रभारी कश्यप सिंह, एएसआई सुरेन्द्र ज्याणी, हैड कांस्टेबल सुनील कुमार एवं कांस्टेबल अश्वनी कुमार, निर्मल कुमार, राकेश कुमार व चरण सिंह की टीम गठित की गई.
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