Rajasthan News: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बेतुका बताया है. उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मोहन भागवत के बयान से सहमत हैं. जूली ने कहा कि आरएसएस प्रमुख को देश की स्थितियों का संज्ञान नहीं है. बीजेपी के मातृ संगठन आरएसएस का ध्यान कट्टरवादी एजेंडे पर केन्द्रित है. उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या वृद्धि के कारण बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य की चुनौतियों से मोहन भागवत अनभिज्ञ हैं.
बता दें कि कल मोहन भागवत ने हर हिंदू परिवार को तीन बच्चे पैदा करने की नसीहत दे डाली. मोहन भागवत के बयान पर टीकाराम जूली ने कहा कि देश में जनसंख्या वृद्धि की वजह से कृषि भूमि घट रही है. जल संकट बढ़ रहा है, वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है. देश खाद्य आपूर्ति के सवालों से जूझ रहा है और देश के प्राकृतिक संसाधनों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है. भारत में वर्ष 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है. लेकिन संयुक्त राष्ट्र की 2023 में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की जनसंख्या चीन से ज्यादा हो गयी है.
मोहन भागवत के बयान को टीकाराम जूली ने बताया बेतुका
रिपोर्ट में भारत की आबादी चीन से 29 लाख अधिक है. टीकाराम जूली ने कहा कि चीन आबादी पर नियंत्रण कर महाशक्ति बन रहा है. ऐसे में आरएसएस देश को किधर ले जाना चाहती है. बेहतर होता कि भागवत देश में गरीबी मिटाने, बेरोजगारी दूर करने पर नजरिया स्पष्ट करते.
जूली ने कहा कि मोहन भागवत का बयान महिलाओं पर दबाव बनाने वाला भी है. उन्होंने पूछा कि क्या भागवत महिलाओं को तीन संतान जन्म देने के लिए बाध्य करना चाहते हैं जबकि देश में करोड़ों गरीब महिलाएं शारीरिक रूप से कमजोर हैं. टीकाराम जूली ने कहा कि भारत में वर्ष 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है.
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