Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी विद्यालयों में ‘नो बैग डे' पर स्कूल शिक्षा विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर छात्र-छात्राओं की अवेयरनेस के लिए काम करेंगे. इसके तहत शिक्षा विभाग और प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित नेशनल हैल्थ मिशन (एनएचएम) की गतिविधियों को समाहित करते हुए 60 दिन का ‘टोबेको एंड ड्रग फ्री यूथ कैम्पेन‘ चलाया जाएगा. इस सिलसिले में शिक्षा विभाग और एनएचएम के संयुक्त तत्वावधान में आबूरोड स्थित बह्माकुमारीज में ‘की रिसोर्स पर्सन‘ की ट्रेनिंग का आगाज हुआ. जिसका शुभारम्भ जयपुर से वीसी के माध्यम से स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने किया है.शासन सचिव ने बताया कि इस कैम्पैन के तहत छात्र-छात्राओं को न केवल स्वयं के विद्यालय परिसर बल्कि अपने आसपास के एरिया में भी ‘तम्बाकू रोधी गतिविधियों की निगरानी रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा. बच्चे बचपन से ही इस बुरी लत से दूर रहे.


नशे की लत रोकने के लिए


उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जन घोषणा पत्र में युवाओं में नशे की लत रोकने के लिए कारगर कदम उठाने की घोषणा के तहत प्रदेश में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर टोबेको फ्री यूथ कैंपेन का शुभारंभ किया गया है, जिसके अंतर्गत राज्य में समस्त शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाये जाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस कैम्पेन में शिक्षण संस्थानों के प्रभारी एवं अध्यापकों को विद्यालय परिसर को पूर्णतया तंबाकू मुक्त रखने की जिम्मेदारी दी जाएगी. वहीं स्कूल में किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पाद चाहे वह धूम्रपान हो या चबाने वाले तंबाकू उत्पाद हो सभी के निषेध नियमों की पूर्ण पालना कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि इस विशेष अभियान के बाद भी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में सतत रूप से तम्बाकू रोधी गतिविधियों को जारी रखा जाएगा. 


60 दिन चलेगा अभियान 


प्रदेश में 60 दिन के ‘टोबेको एंड ड्रग फ्री यूथ कैम्पेन‘ में तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थानों के लिए परिसर में प्रमुख स्थानों पर ‘तम्बाकू मुक्त परिसर‘ के बोर्ड, प्रवेश द्वार एवं बाउंड्री वाल पर साइनेज, तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के सम्बंध में पोस्टर व अन्य जागरूकता सामग्री का प्रदर्शन, 6 माह में तम्बाकू नियंत्रण सम्बंधी कम से कम एक गतिविधि के आयोजन, बोर्ड पर विद्यालयों के तम्बाकू मॉनिटर का नाम, पदनाम और सम्पर्क सूत्र प्रदर्शित करने और तम्बाकू उपयोग नही करने के नियम को शिक्षण संस्थान की आचार संहिता में सम्मिलित करने जैसी जागरूकता गतिविधियों का भी संचालन होगा.