Udaipur News: राजस्थान में गर्मी बढ़ने से परेशान लोगों को पानी की कमी (Water Scarcity) से जूझना पड़ रहा है. कहीं पर लोगों को दूर-दूर तक कुओं से पानी लाना पड़ रहा है तो कहीं पर हैंडपम्प (Handpump) पर ही निर्भर होना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में और शहरी क्षेत्र सभी जगह समस्या बनी हुई है. ग्रामीण क्षेत्र में नल कनेक्शन होने के बावजूद 7 दिन तक पानी नहीं आ रहा है. ऐसे में पानी की समस्या को दूर करने के लिए राजसमन्द जिले की महिलाओं ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. विरोध में उन्होंने नारे लगाते हुए मटका फोड़कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद में प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया गया.
राजसमन्द जिले में आमेट में फोड़े मटके
राजसमन्द जिले के आमेट में पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान नहीं होने पर महिलाओं ने बुधवार को मटका फोड़कर विरोध किया. भाजपा महिला मोर्चा की महिलाओं ने नगर की महिलाओं के साथ पानी की समस्या को लेकर सरकार के विरुद्ध नारे लगाए.
महिला मोर्चा की रजनेश जीनगर ने बताया कि नगरवासियों की ओर से कलेक्टर, एसडीएम, जलदाय विभाग के अधिकारी और नगर पालिका चेयरमैन को लिखित और मौखिक ज्ञापन देकर पेयजल आपूर्ति की समस्या से अवगत करवाया गया. इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया. ऐसे में नगर में पेयजल आपूर्ति 7 से 10 दिनों में हो रही है.
बुधवार को बस स्टैंड पर महिलाओं ने एकत्र होकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान महिलाएं अपने साथ मटके लेकर आई, जिन्हें फोड़कर उन्होंने विरोध जताया. अप्रैल की शुरूआत में ही गर्मी चरम पर पहुंच गई है. वहीं, घरों में पानी की मांग बढ़ गई. भाजपा जिला कार्यकारी समिति राजेंद्र लौहार ने बताया कि समस्या का जल्द समाधान नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा.
महिलाओं ने कहा ट्रेन से मंगवाएं पानी
प्रदर्शन करते हुए महिलाओं ने कहा कि 7 दिन में पानी आ रहा है. आमेट में इतनी समस्या है तो सोच सकते हैं ग्रामीण इलाकों में क्या हालत होंगे. आमेट में पहले भी ट्रेन के जरिये पानी आया है. अगर स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान नहीं हो पाए तो ट्रेन से पानी मंगवाया जाए.
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