Udaipur News: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में शिक्षा विभाग (Education Department) की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. कक्षा 9-12 तक की अर्द्धवार्षिक परीक्षा सोमवार से शुरू होने वाली थी लेकिन उससे पहले ही शनिवार को पेपर आउट हो गए. राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान (Sher Singh Chauhan) ने पेपर आउट की घटना पर जांच की मांग की है.


ये है मामला
शेर सिंह चौहान ने बताया कि समान परीक्षा व्यवस्था के तहत नौंवी से 12वीं तक की 13 दिसंबर से होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गोवर्धन विलास में पेपर वितरण हुआ. इसमें जिले के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के लगभग 750 संस्था प्रधान सहित लगभग 30 निजी विद्यालयों के संस्था प्रधान को बुलाया गया. कक्षा 9-10 के आठ-आठ पेपर और कक्षा 11-12 के छह-छह विषय के पेपर लिफाफे में देने थे लेकिन करीब 150 विद्यालयों को दिए लिफाफे में कक्षा 9 का एक भी लिफाफा नहीं था. अतिरिक्त पेपर के लिफाफे खोलकर आठ विषय के आधे अधूरे पेपर एक ही लिफाफे में संस्था प्रधानों को थमा दिया गया. उनको कहा गया कि जितने पेपर कम हैं उसकी फोटो कॉपी अपने स्तर से करा लेना. साथ ही कक्षा बारहवीं के 13 दिसंबर से होने वाली परीक्षा के चार पेपर ही दिए गए. शेष पेपर के लिए सभी को वापस बुलाने को कहा गया.


अधिकारियों ने सफाई में ये कहा
इस संबंध में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को कहा गया है कि कक्षा 9 के पेपर कम पाए जाने पर परीक्षा का पेपर खोलने से गोपनीयता भंग हुई है. जांच उच्चस्तरीय कमेटी से कराने और पेपर तैयार करने वाली संस्था को ब्लैक लिस्ट करने के साथ-साथ 9 कक्षा के नए पेपर छपवाकर ही परीक्षा कराने की बात कही गई है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सफाई में कहा कि स्कूल से गलत संख्या आने के कारण पेपर कम पड़ गए. 


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