Udaipur News: राजस्थान में सबसे ज्यादा जनजाति क्षेत्र उदयपुर संभाग में है. यहां के युवाओं में कई प्रतिभा छुपी हुई है लेकिन सही प्लेटफॉर्म नहीं मिल पा रहा है लेकिन पहली बार इन युवाओं के लिए राज्य सरकार ने उदयपुर में खेलों के प्रशिक्षण का महाकुंभ शुरू हुआ है. यहां युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहरा सके. वैसे ही कुछ ऐसे युवा है जो अंतरराष्ट्रीय पर भी खेल चुके हैं. इस महाकुंभ की शुरुआत राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और सीएम अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने किया था. 


21 दिन दिया जाएगा प्रशिक्षण
यह प्रशिक्षण शिविर आवासीय होगा. जो 21 दिन तक चलेगा. इसमें वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, आर्चरी, एथलीट सहित अन्य में प्रशिक्षण दिया जाएगा. बड़ी बात यह है कि आर्चरी यानी तीरंदाजी में यहां के युवा पहले से माहिर है. भील समाज मे पहले इसी का उपयोग कर शिकार किया जाता था जो अब खेल बन गया है. यहां के खिलाड़ी इस गेम में राष्ट्रीय स्तर तक अपने खेल का प्रतिभा दिखा चुके हैं. अब इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार किया जा रहा है.


Rajasthan: जयपुर में बेरोजगारों ने भरी हुंकार, उपेन यादव बोले सरकार से हो चुका है आर-पार की लड़ाई का एलान
 
खिलाड़ियों के लिए सरकार ने की है घोषणाएं
वैभव गहलोत ने कहा कि जो शुरू से ही खेल गतिविधियों में सम्मिलित होने से व्यक्ति को जीवन में भी कई लाभ होते हैं. इससे समस्याओं से लड़ने की इच्छाशक्ति जागती है. जो व्यक्ति विद्यार्थी जीवन से ही खेलों से जुड़े रहते हैं उसको जीवन के उतार-चढ़ाव से लड़ने में भी काफी मदद मिलती. 13 जून तक चलने वाले इस 21 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में जनजाति क्षेत्र के खिलाड़ियों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा. राज्य सरकार के साढ़े तीन वर्षों से खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए बहुत अधिक प्रयासरत हैं. 


अब गांवों में भी होंगे स्टेडियम
ग्रामीण क्षेत्र में खिलाड़ियों को सबसे बड़ी समस्या मैदान नहीं होने से जूझना पड़ता है. जिससे उनको शहर में आना पड़ता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि गांधी ग्राउंड जहां अभी प्रशिक्षण शिविर हो रहा है वहां दो करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार किया जाएगा. वहीं 101 ग्राम पंचायतों में खेल स्टेडियम तैयार किए जाएंगे. खेलों को बढ़ावा दिए जाने की दृष्टि से आगामी दिनों में 25 करोड़ के नए काम स्वीकृत होंगे. कलेक्टर ने बताया कि जिले में जनजाति छात्रावास विहीन 7 ब्लॉक्स में 4.5 करोड़ प्रति ब्लॉक पर जनजाति छात्रावास और खेल स्टेडियम स्वीकृत किए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने झाड़ोल में छात्र खेल और कोटड़ा में छात्राओं की तीरंदाजी अकादमी तैयार करने की भी जानकारी दी.


यह भी पढ़ें-


Rajasthan News: कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले मिलने के बाद राजस्थान सरकार अलर्ट, जारी की ये एडवाइजरी