उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur)  में 28 और 29 मई को सैकड़ों किसान इकट्ठा होंगे जहां उन्हें नवाचारों से जोड़ा जाएगा. इसी के साथ उदयपुर पहला जिला होगा जहां पहली बार जिला स्तर पर यह आयोजन किया जा रहा है.  इसके पीछे  जिले के ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को उन्नत कृषि प्रविधियों से मुखातिब करवाने और उन्हें बदलते दौर के प्रति जागरूक बनाने का उद्देश्य है.

 

किसानों के लिए पहले दिन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाएगी

वहीं जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि प्रगतिशील किसानों को आमंत्रित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि किसानों के लिए पहले दिन प्रशिक्षण कार्यशाला जैसा होगा.  जिसमें कृषि विषय विशेषज्ञों के साथ विशेष संवाद स्थापित किया जाएगा. इस संवाद में विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर वार्ताओं के माध्यम से उन्नत कृषि प्रविधियों के साथ कृषि जगत की समस्याओं पर मंथन करेंगे. उन्होंने बताया कि इसमें किसानों को कृषि की नवीनतम और आयजनक प्रविधियों यथा मशरूम उत्पादन, जैविक खेती, उद्यानिकी के साथ सिंचाई की पद्धतियों आदि संबंधित विषयों पर चर्चा की जाएगी. इसी प्रकार दूसरा दिन एक्सपोज़र विजिट के नाम रहेगा. इस दौरान किसानों को  कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र, उन्नत फार्म्स की सैर करवाते हुए उन्नत किसानों व कृषि वैज्ञानिकों से भी संवाद का मौका दिया जाएगा.

 

428 लाख रुपये की कार्ययोजना

कलेक्टर ने मेले के लिए कृषि विभाग की बैठक भी कि जिसमें किसानों के लिए जारी बजट के बारे में बातचीत हुई. परियोजना निदेशक आत्मा एवं आत्मा शासी परिषद सदस्य सचिव डॉ. रवीन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में 220 लाख बजट के विरुद्ध 213 लाख रुपये की प्रगति अर्जित की है. वर्ष 2022-23 हेतु राशि रूपये 428 लाख की जिला वार्षिक कार्य योजना प्रस्तावित की गई है जिस पर सदन में विस्तार से चर्चा की गई तथा सदन द्वारा अनुमोदन किया गया.

 

5-5 श्रेष्ठ कृषकों को पुरस्कृत भी किया जाएगा

वर्ष 2022-23 की जिला वार्षिक कार्य-योजना में प्रमुख रूप से कृषक प्रशिक्षण, कृषक भ्रमण, प्रदर्शन आयोजन, कृषक गोष्ठी, फार्म फील्ड स्कूल तथा किसान मेला, कृषक वैज्ञानिक संवाद आदि गतिविधियां आयोजित की जाएगी. वर्ष 2022-23 में प्रत्येक पंचायत समिति में 5-5 श्रेष्ठ कृषकों को कृषि, उद्यानिकी, जैविक खेती, पशुपालन एवं नवाचार के क्षेत्र में पुरस्कृत किया जाएगा जिसमें ब्लॉक स्तर पर चयनित कृषकों को 10000 रुपये और जिला स्तर पर चयन होने वाले कृषकों को 25000 रुपये का नकद पारितोषिक दिया जाएगा. वर्ष 2022-23 में 5 अंतरराज्यीय कृषक प्रशिक्षण, 6 राज्यीय कृषक प्रशिक्षण एवं 10 अन्तः जिला कृषक प्रशिक्षण (गैर संस्थागत) प्रस्तावित किए गए हैं  तथा 2500 प्रदर्शन कृषि क्षेत्र में एवं 500 प्रदर्शन सहभागी विभाग यथा-पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य हेतु प्रस्तावित किये गये है. कृषकों को नई तकनीक से रूबरू कराने अन्तर्राज्यीय कृषक भ्रमण व अन्तर जिला कृषक भ्रमण कार्यक्रम भी प्रस्तावित है. अग्रिम पंक्ति अल्पकालीन अनुसंधान, मूल्यांकन एवं सुधारात्मक पहलू हेतु राशि रुपये 5 लाख का प्रस्ताव योजना में रखा गया है.

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