Rajasthan News: रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने के लिए महिला सरपंच ने मांगी 5 हजार की रिश्वत, ACB ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
उदयपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक महिला सरपंच को 5 हजार रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी महिला सरपंच ने रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने के एवज में रिश्वत मांगी थी.
उदयपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार सुबह 8.30 बजे जिले की पंचायत समिति सलूम्बर की उथरदा सरपंच हिना बोड पत्नी पूनम चंद मीणा को 3500 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. महिला सरपंच ने यह राशि गांव के ही एक व्यक्ति से प्रधानमंत्री ग्राम शिविर में जारी हुए पट्टे की रजिस्ट्री कराने की एवज में मांगी थी.
बता दे कि गुरुवार शाम को परिवादी उथरदा निवासी वाल चंद डांगी ने रिपोर्ट दी थी. जिसका एसीबी ने शाम को ही सत्यापन कर अगले दिन सुबह 8:00 से 9:00 बजे के बीच में कार्रवाई को अंजाम दे दिया.
सरपंच हिना पर रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर के एएसपी उमेश ओझा ने बताया कि शाम को करीब 7:00 बजे परिवादी वालचंद ब्यूरो कार्यालय में उपस्थित हुआ था. उसने बताया था कि प्रधानमंत्री ग्राम शिविर के तहत मुझे एक जमीन का पट्टा वितरित हुआ था. इस जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए महिला सरपंच हिना से संपर्क किया. सरपंच हिना ने कहा कि रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने के लिए 5000 रुपए लगेंगे.
एसीबी ने महिला सरपंच को रंगे हाथो गिरफ्तार किया
वहीं परिवादी ने कहा कि मैं सरपंच हिना को रिश्वत राशि नहीं देकर ट्रैप करवाना चाहता हूं. मामले में एसीबी ने परिवाद लिया और गुरुवार शाम को ही सत्यापन की कार्रवाई कर दी. रिश्वत राशि 5000 की जगह 3500 रुपए में तय हुआ. फिर सरपंच हिना को परिवादी वालचंद ने फोन लगाया तो उसने घर पर ही पैसा लेकर आने की कहा. परिवादी और एसीबी की टीम सुबह हिना के घर के आस-पास चली गई जैसे ही परिवादी ने हिना को 3500 रूपए दिए, उसी समय एसीबी ने महिला सरपंच की हीना को रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
रजिस्ट्री के समय होने वाले हस्ताक्षर के एवज में रिश्वत मांग गई थी
एएसपी उमेश ओझा ने बताया कि पट्टा मिलने के बाद की प्रोसेस यह है कि रजिस्ट्री कार्यालय में जब पट्टे की रजिस्ट्री होती है तब पट्टा देने वाली संस्थान यानी कि ग्राम पंचायत को उपस्थित होना पड़ता है. ग्राम पंचायत ने मुख्य सरपंच होता है इसी वजह से उसके हस्ताक्षर की जरूरत होती है. सरपंच ने रजिस्ट्री के समय होने वाले हस्ताक्षर की एवज में ही रुपए की मांग की थी.
ये भी पढ़ें