Rajasthan University News: राजस्थान विवि का एक ऐसा प्रोफेशनल कोर्स जिसे करने के बाद नौकरी मिल ही जाती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं बैचलर ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस (B.Lib.Sc.), मास्टर ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस (M.Lib.Sc) कोर्स की. ये दोनों कोर्स एक-एक साल के हैं. प्रदेश में यह कोर्स सिर्फ राजस्थान विवि में ही होता है. इस कोर्स की खूब डिमांड है. यहां पढ़ाई करने वाले ज्यादातर छात्र रोजगार में है. मलतब, 90 प्रतिशत को रोजगार मिल चुका है. यहां की फीस भी बेहद कम है. 


डिपार्टमेंट ऑफ़ लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस के एचओडी राम सिंह चौहान का कहना है कि यह प्रोफेशन कोर्स है. भारत का कोई भी छात्र यहां पर एडमिशन ले सकता है. यहां से पढ़ाई करने के बाद ज्यादातर छात्र सरकारी और निजी सेवा दे रहे हैं.



प्रवेश पाने की प्रक्रिया?
राजस्थान विवि के इस विभाग में प्रवेश पाने के लिए एक नॉर्म्स बना रखा है. बैचलर ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस (B.Lib.Sc.) में एडमिशन के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत नंबर होने चाहिए. जिसकी मेरिट बनती है. उस आधार पर एडमिशन मिलता है. जिसकी 100 सीटें है. जिसमें लड़कियों और आरक्षित वर्ग की फीस 8 हजार है. सामान्य लोगों के लिए 10 हजार रुपए फीस है. वहीँ, मास्टर ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस में एडमिशन के लिए बैचलर ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस (B.Lib.Sc.) होना जरुरी है.


इसके लिए 20 सीटें हैं. यहां पर लड़कियों और आरक्षित वर्ग के लिए 7500 और सामान्य के लिए 8000 रुपए फीस है. इसके लिए 24 जून से 30 जून तक प्रवेश चलेगा. इसकी सबसे खास बात है कि 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है. 80 प्रतिशत थ्योरी और 20 प्रतिशत प्रैक्टिकल होता है.


नौकरी का पूरा चांस
इन कोर्सों को करने के बाद नौकरी के अधिक चांस होते हैं. निजी क्षेत्र में लाइब्रेरियन की बहुत मांग है. सरकारी क्षेत्र में भी इसकी मांग है. निजी विवि में भी खूब मांग है. इसलिए हर दिन इसमें नए-नए प्रयोग भी हो रहे हैं. इन दोनों कोर्सों को करने के बाद शिक्षण के क्षेत्र में भी जाया जा सकता है. कई और अवसर खुले हुए हैं. शुरूआती सैलरी 20 हजार से 50 हजार रूपये तक हो सकती है.


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