Rajasthan News: राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University) का 77वां स्थापना दिवस रविवार को समारोहपूर्वक मनाया गया. इस अवसर पर आयोजित 32वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने 395 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधियां और विभिन्न परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए.


गवर्नर ने यूनिवर्सिटी में मौलिक स्थापनाओं को दिशा देने वाली शोध संस्कृति विकसित किए जाने का आह्वान किया. यूनिवर्सिटी के केंद्रीय पुस्तकालय भवन के सामने स्थित उद्यान में शिलापट्टिका का अनावरण कर संविधान उद्यान (Constitution Park) का शिलान्यास किया.


संविधान से जुड़ी संस्कृति का हो प्रसार


राज्यपाल मिश्र ने कहा कि विद्यार्थियों को प्राचीन ज्ञान के साथ वैश्विक स्तर पर हो रहे शोध और अनुसंधान से प्रत्यक्ष जुड़ने के अवसर मिलने चाहिए. यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले युवाओं को संविधान से जुड़े अधिकारों के साथ मौलिक कर्तव्यों और इसकी महान संस्कृति के बारे में जानकारी हो. इस उद्देश्य से राज्य के सभी वित्तपोषित यूनिवर्सिटी में संविधान उद्यान बनाने की पहल की गई है.


उन्होंने कहा कि राज्यपाल बनने के बाद से ही उनकी मंशा रही कि संविधान से जुड़ी संस्कृति का अधिकाधिक प्रसार हो. उन्होंने भारतीय संविधान को विश्वभर के लोकतंत्र की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या बताते हुए कहा कि संविधान देश को शासित करने से जुड़ा ग्रंथ भर नहीं है. यह हमारी उदात्त जीवन परम्पराओं का संवाहक है.


उन्होंने विश्वास जताया कि यूनिवर्सिटी में बनने वाला संविधान उद्यान युवाओं को संविधान के उच्च की सीख देगा. कुलाधिपति ने यूनिवर्सिटी के गौरवमयी इतिहास की चर्चा करते हुए सभी को संविधान उद्यान के शिलान्यास की बधाई दी.


स्टूडेंट्स को दी नया सीखने की सीख


राज्यपाल मिश्र ने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति पूरी तरह से विद्यार्थी केंद्रित है. इसमें शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के चारित्रिक निर्माण पर विशेष ध्यान दिया है. उन्होंने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत ऐसे पाठ्यक्रम तैयार किए जाने का आह्वान किया, जिससे विद्यार्थी विषय के साथ आसपास के परिवेश के प्रति भी जागरूक बने. राज्यपाल ने विद्यार्थियों से सदैव नया सीखने के लिए प्रयासरत रहने का आह्वान किया.


साथ ही कहा कि पढ़े हुए ज्ञान को रटन्त रूप में नहीं, बल्कि जीवन व्यवहार की शिक्षा के रूप में ग्रहण किया जाए. शिक्षकों को भी निरंतर अपने ज्ञान में अभिवृद्धि करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि ऐसे विषय और संदर्भ पर कार्य किया जाना चाहिए, जिनसे समाज और राष्ट्र को नई दिशा मिले.


गवर्नर ने राजस्थान की लोक संस्कृति से जुड़ी खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किए जाने पर बल दिया. साथ ही परिसर में तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र को देश के अग्रणी प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किए जाने का सुझाव दिया.


प्रोफेसर्स की सफलता पर जताई खुशी


राज्यपाल मिश्र ने यूनिवर्सिटी के दो वैज्ञानिक शिक्षक प्रोफेसर आरसी महरोत्रा और प्रोफेसर आईपी जैन को अमेरिका की प्रसिद्ध स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा एक अध्ययन के आधार पर शीर्ष भारतीय वैज्ञानिकों की सूची में शामिल करने पर खुशी जताई. उन्होंने प्रोफेसर पीजे जॉन को अमेरिका की सोसाइटी ऑफ टॉक्सिकॉलोजी की 61वीं वार्षिक बैठक में ग्लोबल सीनियर रिसर्च स्कॉलर एक्सचेंज प्रोग्राम अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी.


एनसीसी कैडेट्स ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर


राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी में इनोवेशन क्लस्टर को जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान परिषद द्वारा ई-युवा सेंटर के रूप में विकसित करने की स्वीकृति प्रदान करने पर प्रसन्नता व्यक्त की. इससे यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी शोध अनुसंधान के वैश्विक नवाचारों से जुड़ सकेंगे. उन्होंने युवाओं में उद्यमिता से जुड़े नवाचार व स्टार्टअप की प्रवृति को अधिकाधिक बढ़ावा दिए जाने का आह्वान किया.


उन्होंने यूनिवर्सिटी द्वारा गांव गोद लेने की पहल के अंतर्गत चौमूं के निकट टाटियावास गांव में करवाए गए विकास कार्यों की सराहना की. यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर राजीव जैन ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत कर यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक गतिविधियों और विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी.


एनसीसी कैडेट्स ने राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. समारोह में राज्यपाल के प्रमुख विशेषाधिकारी गोविंदराम जायसवाल, यूनिवर्सिटी कुलसचिव नीलिमा तक्षक, सिंडिकेट, सीनेट, शैक्षणिक परिषद के सदस्य, शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद रहे.


Rajasthan News: जंबूरी में लगी झांकियों में झलकी राज्यों की कला संस्कृति, स्टेडियम ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, देखें तस्वीरें