Rajasthan University News: राजस्थान यूनिवर्सिटी में अब प्रमोशन पाने के लिए प्रोफेसर्स को पहली बार डेटा पर काम करना होगा. विवि प्रशासन ने इसके लिए विधिवित सर्कुलर जारी किया है. सात जून से पहले की डेडलाइन भी तय की गई है. 27 मई को जारी इस सर्कुलर पर काम भी शुरू हो गया है. कुछ प्रोफेसर्स का भी कहना है कि यह पहली बार हुआ है. जिसके लिए तैयारी शुरू की गई है. यह सर्कुलर राजस्थान विवि के सभी एचओडी, प्रिंसिपल, निदेशक, टीचिंग डिपार्टमेंट को दिया गया है.
यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो. अल्पना कटेजा ने साल 2016 के बाद नैक कराने जा रही हैं. इसके लिए पूरी तैयारी भी हो रही है. इसी क्रम में ये आदेश प्रोफ़सर्स को जारी किए गए हैं. इस सर्कुलर के जारी होने के बाद कुछ प्रोफेसर्स में नाराजगी भी है लेकिन अब यह करना पड़ेगा.
सर्कुलर में क्या है खास?
यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा भेजे गए इस सर्कुलर में कहा गया है कि एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट के लिए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की कम्पाइलिंग चल रही है. जिसमें आईक्यूएसी के लिए सभी संकाय के सदस्यों से पूरा डेटा चाहिए. इसमें उनके वार्षिक शोध प्रोजेक्ट, क्या चीजें पब्लिश हुई के साथ ही साथ सेमिनार, कॉन्फ्रेंस और वर्कशॉप में अटेंडेंस की रिपोर्ट देनी होगी.
आईक्यूएसी के लिए ये डेटा देना बेहद महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही एनुअल सेल्फ परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट सभी संकाय के सदस्यों से मांगी गई है. ये सभी उनके प्रमोशन को तय करेगा. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह युक्ति पहली बार निकाली है. क्योंकि, यहां पर रिपोर्ट और डेटा देने में ज्यादातर प्रोफेसर्स दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे.
सात जून तक का दिया गया समय
सभी संकाय के सदस्यों को कहा गया है कि एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट वर्ष 2018-19, 19-20, 20-21, 21-22, 22-23 और 23-24 का पूरा डिटेल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर भेजना है. इस प्रक्रिया में विवि के प्रोफेसर्स भाग लेना शुरू कर चुके हैं. क्योंकि, इस रिपोर्ट के आधार पर नैक को बेहतर ग्रेडिंग मिलने में आसानी होगी और इनके प्रमोशन में इसे आधार बनाया जाएगा.
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