Rajasthan News: राजस्थान विवि में इन दिनों शिक्षकों के अभाव के चलते छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. कई विभागों में शिक्षकों की संख्या बेहद कम है, जिससे विभाग में शिक्षण कार्य प्रभावित है. चाहे राजनीति विज्ञान हो या उर्दू परसियन विभाग सभी में शिक्षकों की कमी है. ये तो मात्र दो विभागों के उदाहरण हैं.


वैसे यही हालात सभी विभागों में हैं. पूरे विवि में शिक्षकों की संख्या कम हो गई. तुलनात्मक रूप से देखें तो पहले की तुलना में शिक्षक की संख्या आधी रह गई है.


रजिस्ट्रार बदले लेकिन नहीं मिली सहूलियत
राजस्थान विवि में एक साल में दो बार रजिस्ट्रार बदल दिए गए, जिसका असर अब पढ़ाई और अन्य कार्यों पर भी दिख रहा है. फाइलें जा रही हैं लेकिन उन पर त्वरित निर्णय नहीं लिया जा रहा. अब अतिथि शिक्षकों की बात कर लें तो उनकी फाइल भी रजिस्ट्रार के पास फंसी है. इसका असर हजारों छात्रों की पढ़ाई पर पड़ रहा है. वहीं, रजिस्ट्रार राजकुमार कस्वां का कहना है कि चीजें अंडर प्रोसेस में है. जल्द ही हो जाएगी.


दो महीने की है देरी
राजस्थान विवि सूत्रों का कहना है कि सामान्य तौर पर अगस्त में ही ये अप्रूवल मिल जानी चाहिए थी. पढ़ाई का कोर्स कैसे पूरा होगा. उदाहरण के तौर पर उर्दू-परसियन विभाग में साप्ताहिक 140 घंटे की एक्स्ट्रा क्लासेस हैं. जिसके लिए 5 गेस्ट शिक्षक की मांग की गई थी. वहीं, राजनीति विज्ञान में दो अतिरिक्त शिक्षकों की मांग की गई थी लेकिन अभी तक अप्रूवल नहीं हो पाया है. पढ़ाई प्रभावित हो रही है. जिसमें एमए के दो पेपर के लिए दो  शिक्षकों की मांग की गई है.


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