राजस्थान यूनिवर्सिटी का ये विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में ला रहा बदलाव, 3 बार राज्यपाल से मिला प्रशंसा पत्र
Jaipur News: राजस्थान यूनिवर्सिटी के 'डिपार्टमेंट ऑफ लाइफ लॉन्ग लर्निंग' द्वारा जयपुर के आसपास के गांव में जाकर उन्हें जल संरक्षण, पशुपालन आदि बातों के जागरूक किया जा रहा है.
Rajasthan News: राजस्थान यूनिवर्सिटी का 'डिपार्टमेंट ऑफ लाइफ लॉन्ग लर्निंग' गांव के लोगों की जीवन शैली में बदलाव ला रहा है. इस विभाग ने पिछले साल खुद एक गांव को गोंद लिया और वहां पर लोगों के जीवन स्तर में बेहतरी का काम शुरू कर किया था. पिछले एक साल में विभाग के निदेशक प्रो प्रकाश शर्मा को बेहतर कार्य के लिए राज्यपाल ने तीन बार प्रशंसा पत्र दिया है.
इस विभाग के प्रोफेसर जयपुर के आसपास के गांव में जाकर उन्हें जल संरक्षण, पशुपालन आदि बातों के जागरूक किया जा रहा है. इसका असर उनके जीवन में आए बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. यूनिवर्सिटी में यह विभाग पहले से था, लेकिन सामाजिक सरोकार पर अब मजबूत काम हुआ है.
गांवों में होते हैं ये कार्यक्रम
अगर पिछले सालों में डिपार्टमेंट की एक्टिविटी लिस्ट देखें तो संवाद, इंटरनेशनल योगा डे, कम्प्यूटर लिट्रेसी डे, डेंगू और योगा अवेयरनेस डे, लोगों को मलेरिया से रोकथाम और बचाव, स्वच्छता संस्कार, हेल्थ कैंप जैसे कार्यक्रम गांवों में किए जा रहे हैं. इन कार्यक्रमों में लोगों को विशेषज्ञ के माध्यम से जागरूक किया जाता है.
वहीं इस साल जनवरी से अब तक कई बड़े कार्यक्रम हो चुके हैं. नई शिक्षा नीति पर सेमीनार किया गया. एकीकृत स्वच्छता अभियान प्रशिक्षण शिविर, विश्व जल दिवस पर गिरते भू जल का प्राकृतिक आधार पर समाधान, वृक्षारोपण आदि कार्यक्रम होते रहे हैं. राजस्थान विवि के 'डिपार्टमेंट ऑफ़ लाइफ लॉन्ग लर्निंग' को राज्यपाल ने पिछले एक साल में तीन बार सामाजिक कार्यों में बेहतर काम करने के लिए प्रशंसा पत्र दिया है.
राज्यपाल से मिला प्रशंसा पत्र
पहला पत्र 8 अगस्त 2023 को एक गांव गोद लेकर उसे स्मार्ट बनाने की पहल के लिए राज्यपाल ने भेजा था. इसमें यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी (यूएसआर) तृतीय चरण के सन्दर्भ अप्रैल से जून 2023 में गांवों के समावेशी विकास को एक नई दिशा देने की बात कही गई थी. दूसरा प्रशंसा पत्र जुलाई से सितम्बर तक किये गए कार्यों के लिए 31 अक्टूबर 2023 को दिए गया. इसमें गोद लिए गांव के किए गए समावेशी विकास का बखान किया गया था. तीसरा प्रशंसा पत्र 25 अप्रैल 2024 को गोद लिए गांव के विकास के लिए फिर डीएलएलएल को मिला.