Rajasthan University: राजस्थान विवि के वाइस चांसलर (Rajasthan University VC Office) आवास के गेट पर छात्रों का धरना पिछले साल से जारी है. एमफिल के सैकड़ों छात्र ठंड में भी हटने को तैयार नहीं हैं. धरने पर जमे छात्र अलाव जलाकर ठंड को मात दे रहे हैं. एमफिल के छात्रों का आरोप है कि विवि प्रशासन बात नहीं सुन रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि मांग जब तक पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, विवि प्रशासन का कहना है कि छात्रों की मांग तकनीकि तौर पर सही नहीं है.


धरने पर बैठे छात्रों की क्या है मांग?


धरने पर डटी प्रज्ञा ने बताया कि हम सभी शोधार्थी अंतिम बैच के हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन से हमारी मांग है कि एमफिल शोधार्थियों को विश्वविद्यालय के आगामी PAT से पूर्व बिना प्रवेश परीक्षा के पीएचडी में क्रमोन्नत किया जाए. छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूर्व में भी इसी परिपाटी  का अनुसरण करते हुए छात्र हितों की रक्षा की थी. इसलिए मांग है कि वर्तमान बैच में NEP 2020 और UGC के दिशानिर्देशो का हवाला देकर विवि प्रशासन की तरफ से मना किया जा रहा है. जबकि यूजीसी के दिशा-निर्देशों में पूर्व में भी क्रमोन्नत करने की प्रक्रिया के बारे में कोई साफ साफ निर्देश नहीं थे.


बिना टेस्ट के पीएचडी में रजिस्ट्रेशन


प्रोफेसर नन्द किशोर पांडेय का कहना है कि एमफिल के छात्र बिना टेस्ट परीक्षा दिए पीएचडी में प्रवेश (रजिस्ट्रेशन) चाहते हैं. अभी विवि के पास कोई ऐसा नियम नहीं है जिसके तहत प्रवेश लिया जाय. छात्रों ने एमफिल के लिए टेस्ट दिया था. इसका फैसला रिसर्च बोर्ड एकेडमी काउंसिल और सिंडिकेड के माध्यम से होता है. अगर कुछ होना होगा तो वहीं से होगा. 


Jaipur News: जयपुर में लोगों ने तोड़ा रिकॉर्ड, नए साल पर दो दिन में पी गए एक अरब की शराब