Rajasthan University News: एक तरफ जहां लोगों में अवसाद बढ़ रहा है. छोटी-छोटी चीजों के लिए लोग परेशान हो रहे हैं. वहीं, अब राजस्थान विवि की वीसी प्रो अल्पना कटेजा ने एक नई शुरुआत की है. उन्होंने विवि में 'आनंदम कार्यक्रम' के जरिये छात्रों को 'जॉय ऑफ गिविंग' का अनुभव कराने की पहल शुरू की है.
इस पहल में छात्र खुद वीडियो और रील्स बनाएंगे और सोशल मीडिया पर उसे शेयर करेंगे, जिसमें लोगों को उत्साहित कराना और उनके अंदर ख़ुशी पैदा करने जैसा कंटेंट रहेगा. इस तरह के कार्यक्रम को छात्र ही करेंगे. पीजी के ये छात्र विवि के आसपास के क्षेत्रों में जाकर लोगों को हर समय प्रसन्न रहने के टिप्स देंगे. इस कार्यक्रम के जरिये छात्र भी प्रकृति से जुड़ने और अन्य कार्यक्रमों से लगाव रखेंगे.
इसमें क्या करना है?
'आनंदम कार्यक्रम' के जरिए छात्रों को 'जॉय ऑफ गिविंग' का अनुभव कराना है. यह कार्यक्रम छात्रों को प्रकृति से फिर से जुड़ने, अपने स्वयं के अन्तर्मन को पहचानने और उसके साथ जुड़ने और जिम्मेदार नागरिक बनने के प्रेरित करेगा. स्टूडेंट समाज में अच्छे कार्यों के माध्यम से सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाएंगे. आनंदम का उद्देश्य छात्रों को सहानुभूतिपूर्ण और दयालु व्यक्तियों में बदलना है जो कुछ देने, साझा करने और देखभाल करने से प्राप्त सार्थक खुशी को प्राथमिकता देते हैं. इसके अलावा, छात्रों को सामुदायिक सेवा में शामिल करना है. आनंदम एक सकारात्मक दृष्टिकोण और नेतृत्व, आलोचनात्मक सोच और निर्णय लेने जैसे महत्वपूर्ण कौशल बनाने में मदद करता है.
तनाव से मिलेगी राहत
यह कार्यक्रम सामाजिक, नैतिक, मानसिक और शैक्षणिक दक्षताओं के विकास पर जोर देता है. ऐसा माना जाता है कि जिससे छात्र न केवल अच्छे नागरिक ही नहीं बल्कि अच्छे इंसान भी बनते हैं. तनावपूर्ण शैक्षणिक माहौल में छात्रों को अक्सर उच्च शैक्षणिक दबाव, प्रतिस्पर्धी माहौल और व्यक्तिगत मुद्दों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
आनंदम समुदाय और अपनेपन की भावना को बढ़ावा देकर इन चुनौतियों का समाधान करता है. छात्रों को दूसरों को देने और उनकी देखभाल करने में खुशी खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है. छात्र तनाव का प्रबंधन करना, पारस्परिक कौशल विकसित करना और संतुलित जीवनशैली विकसित करना सीखते हैं.
क्या कहती हैं वीसी?
विवि की वीसी प्रो. अल्पना कटेजा का कहना है कि विद्यार्थियों को तनाव रहित जीवन जीने का तरीका सीखना चाहिए. इस कार्यक्रम का मकसद अपने आसपास रहने वाले लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाना और समाज में जरूरतमंद लोगों की खुलेमन से सहायता कर स्वयं खुशी पाना है. खुशी बांटना जरूरी है. शिक्षा प्राप्त करने के साथ साथ मानवीय मूल्यों के प्रति जागरूक होकर यह सब करना संभव है. 'आनंदम' कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को इन मूल्यों के प्रति संवेदनशील बनाने का यह एक प्रयास है.
ये भी पढ़ें: उदयपुर में बढ़ी राजपरिवार की लड़ाई, अब जिला मजिस्ट्रेट ने जारी किया ये आदेश