Paris Olympics 2024: राजस्थान विवि ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए किया 'चीयर अप' देवेंद्र झाझड़िया ने कही ये बात
Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी है. जिसको लेकर राजस्थान विवि के खेल बोर्ड ने शुभकामनाएं भेजी है. राजस्थान विवि में दो दिवसीय एथलेटिक्स ऑफिशियेटिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
Olympic Games Paris 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 शुरू हो गया है. वहीं, पेरिस में खेल रहे भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए राजस्थान विवि के खेल बोर्ड ने शुभकामनाएं भेजी हैं. पैरा ओलंपियन और पद्म भूषण देवेंद्र झाझड़िया ने विवि में खेलबोर्ड के छात्रों के साथ विक्ट्री की साइन दिखाकर खुशी साझा की. इस दौरान विवि की वाइस चांसलर प्रो. अल्पना कटेजा और खेल बोर्ड की सचिव डॉ. प्रीति शर्मा ने छात्रों के साथ भारतीय खिलाड़ियों के लिए चीयरअप' किया.
एथलेटिक्स ऑफिशियेटिंग कार्यशाला का आयोजन
वहीँ, खेल परिसर में दो दिवसीय एथलेटिक्स ऑफिशियेटिंग पर एक बड़ी कार्यशाला का आयोजन किया है. जिसमें शुक्रवार को प्रो. कटेजा ने सर्वप्रथम कारगिल दिवस के अवसर पर शहीदो को नमन किया और खिलाडियों को प्रेरित करते हुए खेल से जुड़े रहने का संदेश दिया. साथ ही राजस्थान विश्वविद्यालय के खेल के स्तर को सुधारने एवं खेल विकास के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया. इसके साथ ही भविष्य में भी ऐसी खेल संबंधी कार्यशालाएं एवं सेमीनार के आयोजन करवाने की बात कही है.
क्या बोले एक्सपर्ट?
इस कार्यक्रम में भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र झाझड़िया ने कहा कि पहले खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं बेहतर नहीं थी. अब चीजें बदल रही हैं. खेल कोई मनोरंजन नहीं है. अब तो खेल के क्षेत्र में संभावनाएं बढ़ गई है. अब तो आठ साल के बच्चे से लेकर 80 साल के बुजुर्ग तक को फिटनेस की जरूरत है. हां, खेल में आगे बढ़ने के लिए पढ़ाई बेहद जरुरी है. उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा कि मुझे तो एक चटाई मिल जाती थी तो उसी को सबकुछ मान लेता था, लेकिन अब खिलाड़ियों के लिए सरकार बड़ा काम कर रही है.
खेल में आगे जाने के लिए कई बड़े अवसर हैं. बस मेहनत में कहीं कोई कमी नहीं छोड़नी है. देवेंद्र ने बताया कि उन्होंने कैसे 35 साल की उम्र में मेडल जीता. जब उनके साथी उनपर विश्वास नहीं जता पा रहे थे. उन्होंने कहा कि मेहनत करिये और आगे बढिए इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
इन्होंने भी खिलाड़ियों को किया उत्साहित
ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी गोपाल सैनी ने भी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने कहा कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं है. दवाई और इंजेक्शन लेकर खिलाड़ी नहीं बनना चाहिए. उसका असर गलत पड़ेगा. उन्होंने ईमानदारी से खेल खेलने की सलाह दी. इस दौरान कुलपति प्रो अल्पना कटेजा ने कहा कि विवि में खिलाड़ियों के लिए कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी.
उन्हें उनकी जरूरत के हिसाब से सारी चीजें उपलब्ध कराई जाएगीं. वहीँ खेल बोर्ड की सचिव डॉ. प्रीति शर्मा ने बताया कि दो दिन तक ये कार्यशाला चलेगी. जिसमें यहां के छात्रों को कई नई जानकारी दी जाएगी.
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