Rajasthan News: में अप्रैल और मई के महीने में भीषण गर्मी का दौर जारी रहता है. आम तौर पर इन दिनों में यहां तापमान 45 से 47 डिग्री तक पहुंच जाता हैं, लेकिन इस साल पश्चिमी विक्षोभ के चलते लगाराजस्थान (Rajasthan) में अप्रैल और मई के महीने में भीषण गर्मी का दौर जारी रहता है. आम तौर पर इन दिनों में यहां तापमान 45 से 47 डिग्री तक पहुंच जाता हैं, लेकिन इस साल पश्चिमी विक्षोभ के चलते लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है.
मई महीने में भी यहां सावन जैसी बारिश हो रही है. बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों में चिंता बढ़ रही है. किसानों को यही चिंता सताए जा रही है कि मौसम में इस बदलाव से उनकी फसलों पर कितना बुरा प्रभाव पड़ेगा. बदलते मौसम के साथ बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि का फसलों पर किस तरह का प्रभाव रहेगा. किसानों की आशंकाओं को लेकर एबीपी न्यूज ने जोधपुर के केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) के वैज्ञानिक से खास बातचीत की है.
बारिश के कारण जमीन में बनी रहेगी नमी
केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) के डायरेक्टर ओपी यादव ने बताया कि मौसम के बदलाव से बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को किसी भी तरह के नुकसान नहीं होगा. क्योंकि अभी खेतों में फसले नहीं हैं. हालांकि इस बे-मौसम की बारिश के कारण जमीन में नमी बनी रहेगी. खरीफ फसल कैसी होगी यह इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है कि जुलाई से सितंबर महीने में कतनी बरसात होगी.
किसानों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं
वहीं भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री तुलसाराम शिविर ने बताया कि मई का महीना चल रहा है. पश्चिमी विक्षोभ के चलते बे-मौसम की बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. इससे किसानों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं है. इन दिनों कपास की बुवाई की जाती है. बारिश होने के चलते जमीन में नमी होने के कारण कपास की बुवाई समय से पहले होने की संभावनाएं हैं. यह किसानों के लिए फायदे की बात है.
उन्होंने कहा कि साथ ही मई महीने के दूसरे सप्ताह में तापमान बढ़ जाता है और लू चलेगी. इससे जमीन से हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं. इससे किसानों की जमीन की उपज और पैदावार बढ़ने की संभावनाएं रहती है.
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