BJP Attack on Ashok Gehlot Government over Section 144: राजस्थान (Rajasthan) में कोटा (Kota) के बाद अब बीकानेर (Bikaner) में भी धारा 144 लगाई गई है. हिंदू धर्मयात्रा और महाआरती से पहले धारा 144 लगाने के आदेश को लेकर गहलोत सरकार एक बार फिर बीजेपी के निशाने पर आ गई है. बीजेपी ने धारा 144 लगाने के आदेश को तुगलकी करार दिया है. बीजेपी की तरफ से कहा गया है कि, आने वाले दिनों में नवरात्रि, रामनवमी, महावीर जयंती, अंबेडकर जयंती और चेटीचंड जैसे बड़े त्योहार आ रहे हैं, नए वर्ष की शुरुआत भी होगी, कई धार्मिक आयोजन होने हैं लेकिन उससे पहले धारा 144 लगाई जा चुकी हैं.


गहलोत सरकार पर भड़की बीजेपी 
इस पूरे मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सरकार की सोच ही इतनी निम्न स्तर की हो गई है जो हिंदू नव वर्ष के आयोजनों से पहले धारा 144 को लागू किया गया है. इन दिनों महावीर जयंती भी आएगी, अंबेडकर जयंती भी साथ ही चेटीचंड जैसे तीज त्योहार भी आएंगे. भीड़ को रोकने का काम किया जा रहा है. कटारिया ने कहा कि हम धारा 144 लगाए जाने का विरोध भी करेंगे और कार्यक्रम भी करेंगे, हम रुकने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि, मुसलमानों के बड़े से बड़े कार्यक्रम में किसी तरह की रोक नहीं होती है, मेरा मानना है कि जिला कलेक्टर के द्वारा तो नहीं किया गया होगा इस आदेश को राजस्थान सरकार के निर्देश पर लागू किया गया है. ना मुसलमान विरोध करता है ना हिंदू विरोध करता है सरकार वैमनस्य फैलाने का काम कर रही है.


की जा रही है तुष्टीकरण की राजनीति 
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने अशोक गहलोत की तुलना औरंगजेब से की. उन्होंने कहा कि सीएम औरंगजेब से भी बदतर हिंदुओं के साथ व्यवहार कर रहे हैं. नवरात्रि, चेटीचंड, महावीर जयंती, अंबेडकर जयंती, रामनवमी, नव वर्ष को लेकर कई धार्मिक आयोजन होने हैं उससे पहले अशोक गहलोत सरकार ने धारा 144 लगा दी है. हिंदुओं के त्योहार पर कोटा में धारा 144 लगाई, अब बीकानेर में धारा 144 लगाई गई है, ये जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला काम कर रही है. जनता में आक्रोश फैल रहा है, कोटा में पीएफआई संगठन जो प्रतिबंधित है उसको हिजाब के मामले में प्रदर्शन की परमिशन दी जा सकती है तो हिंदुओं को क्यों नहीं. अशोक गहलोत सरकार तुष्टीकरण की सिंबल भी लग चुकी है, तुष्टीकरण की नीति वोट पाने के लिए की जा रही है.


धारा 144 लगाने का क्या औचित्य है
राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने कहा कि राजस्थान सरकार तुष्टीकरण की राजनीति से लिप्त है. प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को हिंदू संस्कृति के सार्वजनिक कार्यक्रमों से आखिर क्या समस्या है? नव संवत 2079 और चैत्र नवरात्रि के प्रारंभ होने से पहले बीकानेर में धारा 144 लगाने का क्या औचित्य है?


लेनी होगी अनुमति
बता दें कि, बीकानेर में धारा 144 लगाई गई है, इसके तहत अब किसी भी यात्रा रैली और जुलूस के लिए आयोजकों को संबंधित थाना अधिकारी से अनुमति लेनी होगी. जिला मजिस्ट्रेट भगवती प्रसाद ने आदेश जारी कर दिए हैं.


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