Rajasthan Vidhan Sabha Bypolls 2024: राजस्थान की छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पारा हाई होता जा रहा है. सियासी हालात ऐसे बन रहे हैं कि जो 4 प्रमुख पार्टियां हैं, वो अपनी पकड़ एक से 2 सीटों पर मजबूती से बना चुकी हैं. इसलिए छोटे दल भी समझौते के मूड में नहीं है. बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि वो सभी 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस, आरएलपी और बाप में सीट को लेकर रस्साकशी चल रही है. तीनों दलों ने मिलकर ही राजस्थान का लोकसभा चुनाव लड़ा था.


सूत्रों की माने तो भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) दो सीट चौरासी और सलूंबर मांग रही है. इन दो सीटों पर बाप की तैयारी तेज हो गई है. वहीँ, हनुमान बेनीवाल खींवसर और देवली-उनियारा पर अपना दावा ठोंक रहे हैं. बाप और बेनीवाल की स्थिति को भांपते हुए कांग्रेस सभी छह सीटों पर तैयारी कर रही है. बीजेपी भी एक सीट पर इंतजार कर रही है लेकिन वहां पर भी अभी हरी झंडी नहीं मिल पाई है. ऐसे में ये प्रमुख सभी चार दल अकेले ही मैदान में उतर सकते हैं.


सीट शेयरिंग पर क्यों नहीं बन रही बात? 
दरअसल, लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस ने तीन सीटों पर गठबंधन करके चुनाव लड़ा था. उन तीनों सीटों पर बीजेपी को हार मिली. जिन दलों को जीत मिली है वो अब अपनी ताकत को दिखा रहे है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव परिणाम से उत्साहित है. उसे भी उम्मीद है पार्टी उपचुनाव में बेहतर कर सकती है. क्योंकि, छह में से तीन विधायक कांग्रेस के थे. इसलिए उन सीटों पर पार्टी समझौते के कोई मूड में नहीं है. इसलिए छोटे दलों से कांग्रेस की बातचीत भी नहीं बन पा रही है.


बीजेपी एकला चलो की राह पर
इन सभी छह सीटों में से बीजेपी का सिर्फ एक विधायक रहा है. इसलिए बीजेपी किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करना चाह रही. वो अकेला चलो की राह पर है. बीजेपी प्रदेश प्रभारी का कहना है कि पार्टी सभी सीटें जीतेगी. हालांकि, बीजेपी सलूंबर के अलावा दो सीटों पर पूरी तैयारी कर रही है. पार्टी अभी जातिगत समीकरण में लगी है. उसे लगता है कि जातिगत समीकरण से ही सीटों को जीता जा सकता है.  


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