Rajasthan Vidya Sambal Yojana: राजस्थान में भर्ती होनेवाले 93 हजार शिक्षकों की उम्मीदों को झटका लगा है. शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योजना पर आरक्षण विवाद की वजह से ब्रेक लग गया है. गहलोत सरकार अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में 93 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने जा रही थी. विद्या संबल योजना से बेरोजगार शिक्षित आशान्वित थे. आरक्षण का विवाद शुरू होने पर बीकानेर निदेशालय में माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने विद्या संबल योजना स्थगित करते हुए रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया. योजना पर लगी रोक शिक्षा विभाग ने आगामी आदेश तक लगाई है.
आरक्षण विवाद की वजह से योजना पर ब्रेक
विद्या संबल योजना के तहत महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय में रिक्त पड़े अध्यापक पदों पर 93 हजार शिक्षक, पीटीआई और लैब तकनीकी सहायकों की भर्ती होनेवाली थी. ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को दूर करने के बाद अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग से जुड़े संगठन मैदान में आ गए. आरोप था कि गहलोत सरकार ने शिक्षक भर्ती योजना में आरक्षण के प्रावधानों का पालन नहीं किया. भविष्य में भर्तियों को सरकार नियमित कर देगी. उन्होंने सीएम गहलोत से आरक्षण नियमों का कड़ाई से पालन करने की मांग की. आरोप लगाए जा रहे थे कि बैकडोर से एंट्री की जा रही है. उन्होंने एतराज जताते हुए संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताया.
सरकार ने निकाली है 93 हजार पदों पर भर्ती
गेस्ट फैकल्टी के 93000 पदों पर भर्ती के लिए स्कूलों ने अस्थाई वरीयता सूची का प्रकाशन भी कर दिया है. आपत्तियां 12 से 14 नवंबर तक ली जा जा रही थीं. जांच के बाद राजस्थान विद्या संबल योजना फाइनल मेरिट लिस्ट 16 नवंबर को जारी की जाएगी. अगले 2 दिन यानी 17 और 18 नवंबर को राजस्थान विद्या संबल योजना मेरिट लिस्ट 2022 में नाम वाले अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच की जाएगी. राजस्थान के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का गहलोत सरकार दावा कर रही है. महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय में रिक्त पड़े पदों की भर्ती के लिए विद्या संबल योजना का
युवाओं में काफी जोश था. एक बार फिर 93 हजार शिक्षक बनने का सपना पाले हुए बेरोजगार युवाओं को मायूसी हाथ लगी है.