Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) रियासत के पूर्व राजपरिवार के घर की लड़ाई अब मैदान में आ गई है. पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह ने उपखंड अधिकारी के यहां भरण पोषण अधिकरण में अपनी पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ याचिका दायर की है. उन्होंने पांच लाख रुपये प्रतिमाह भरण पोषण लेने की मांग की है.
पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह की पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह ने आज रविवार (19 मई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए है. पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह की पत्नी दिव्या सिंह ने आरोप लगाया कि विश्वेंद्र सिंह ने सारी संपत्ति को बेच दिया है और अब सिर्फ मोती महल ही बचा है. इसके बाद पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह मोती महल को बेचने जा रहे थे, जिस वजह से परिवार में झगड़ा शुरू हो गया.
विश्वेन्द्र सिंह की पत्नी ने क्या कहा?
पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह की पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह ने आरोप लगाया कि 'पूर्वजों की जो संपत्ति थी सभी को वह बेच चुके हैं. मैं मरते दम तक मोती महल को बेचने नहीं दूंगी और मोती महल को बचाने का काम करुंगी चाहे जो भी हो जाए. हम लोगों को बदनाम करने की साजिश विश्वेंद्र सिंह द्वारा की जा रही है. विश्वेंद्र सिंह द्वारा जो इल्जाम हम पर लगाए जा रहे हैं वह सभी गलत हैं.'
गौरतलब है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह का उनकी पत्नी पूर्व सांसद दिव्या सिंह और उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह से लगभग तीन साल से विवाद चल रहा है. राजपरिवार के घर का विवाद अब कोर्ट पहुंच गया है. पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने वरिष्ठ नागरिक के रूप में भरण पोषण की मांग करते हुए उपखंड अधिकारी ट्रिब्यूनल में प्रार्थना पत्र पेश किया है. पूर्व कैबिनेट मंत्री ने अपनी पत्नी और बेटे पर मारपीट करने उन्हें भरपेट खाना नहीं देने और घर छोड़ने पर मजबूर करने का आरोप लगाया है.
पूर्व मंत्री ने लगाए ये आरोप
पूर्व मंत्री ने पत्नी और बेटे से पांच लाख रुपये प्रतिमाह भरण पोषण और मोती महल, कोठी दरबार निवास पर कब्जा दिलाने की गुहार लगाई है. पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने परिवाद में लिखा है कि 'प्रार्थी वरिष्ठ नागरिक है और ह्रदय रोग से पीड़ित हैं. उन्हें साल 2021 और 2022 में दो बार कोरोना हुआ है. उस दौरान पत्नी और बेटे उन्हें देखने के लिए भी नहीं आये.'
'फोन पर बात भी नहीं कि उन्होंने पिता से वसीयत के जरिए प्राप्त सम्पत्तियों पर अपना हक बताया है. साथ आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी और बेटे ने उनके पहनने के कपड़ों को कुएं में फेंक दिया. उन्हें लोगों से मिलने नहीं दिया जाता है. उनके साथ मारपीट हुई और उन्हें एक कमरे तक सीमित कर दिया, जिसके बाद उन्होंने घर छोड़ दिया.'