Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर में राष्ट्र सेविका समिति की ओर से विराट द्विधारा पथ संचलन का आयोजन हुआ. इसमें सिवांची गेट, महेश स्कूल और नेहरू पार्क से एक साथ शाम को निकाला गया. समिति की प्रान्त कार्यवाहिका डॉ सुमन रावलोत ने बताया कि आचार पद्धति और प्रार्थना करने के बाद शहर की सड़कों पर निकले पथ संचलन को देखने के लिए बाजार में लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा. ठीक एक समय जालोरी गेट चौराहे पर शनिचर थान और गोल बिल्डिंग चौराहे की तरह से आकर दोनों संचलन का संगम हुआ.


सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों और जनता ने भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे नारा लगाते रहे. इस दौरान जबरदस्त पुष्प वर्षा पूरे संचलन के समय सेविकाओं पर होती रही. संचलन के मध्य में भगवा ध्वज लिए सेविकाओं के साथ पूरे संचलन में कार्यकर्ता घोष की धुन पर कदमताल करती हुई अनुशासन और संगठन जागृति का संदेश दे रही थी. 


Rajasthan Politics: सीएम अशोक गहलोत का सचिन पायलट को 'मैसज', कहा- जल्दीबाजी करेंगे तो ठोकर खाएंगे


1936 को शुरू हुआ था पथ संचलन
विभाग कार्यवाहिका गजेन्द्र कंवर ने बताया कि पूरी तिराहा सोजती गेट नई सड़क होते हुए संचलन पुराना स्टेडियम में जाकर मुख्य सभा मे तब्दील हुआ. जहां कार्यक्रम की मुख्य वक्ता राजस्थान क्षेत्र की कार्यवाहिका प्रमिला ने संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र सेविका समिति का आरंभ 1936 को विजयदशमी के दिन हुआ था. लक्ष्मीबाई होळकर मौसी जी समिति की प्रथम संचालिका थी. समिति राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दर्शन के अनुरूप ही कार्य करती है. समिति देश भर की स्त्रियों की एक सामाजिक संस्था है. जो महिलाओ और बहनों के जागृति और उत्थान के लिए समाज के हर तबके से सेविकाएं समिति में रहते हुए समाज का नेतृत्व करती हैं. 


ग्रामीण क्षेत्रों की सेविकाओं ने लिया हिस्सा
महिलाओं को शारीरिक मानसिक और बौद्धिक रूप से सक्षम बनाने हेतु इस संगठन की स्थापना की गई थी. उनका उद्देश्य महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में सक्षम बनाना था. इसके लिए उन्होंने समिति के तीन आदर्श रखे थे. मातृत्व के लिए जीजाबाई नेतृत्व के लिए लक्ष्मीबाई और कृतित्त्व व्यक्ति के लिए अहिल्याबाई होल्कर का प्रेरणादाई जीवन चरित्र बताते हुए सभी बहनों को अपने जीवन में आगे बढ़ने का उत्साहवर्धक पाथेय दिया.  समिति के इस संचलन में बिलाड़ा फलोदी मथानिया शेरगढ़ पीपाड़ बोरुंदा ओसिया केरु चोखा बालेसर और महानगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की सेविकाओं ने हिस्सा लिया. इस मौके पर विभिन्न सामाजिक संगठनों व नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का भव्य स्वागत किया.