Rajasthan Water Crisis: राजस्थान में बढ़ती गर्मी के तपन ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. तापमान 48 डिग्री से ज्यादा होने और लू के थपेड़ों से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. भीषण गर्मी के साथ जल संकट का भी लोगों को दोहरा अटैक पड़ रहा है. झीलों की नगरी उदयपुर में पानी कटौती होने से लोगों की मुश्किल बढ़ गई है. आसपास के गांवों में पीने का पानी हासिल करना दुश्वार हो गया है. राजसमन्द जिले के 293 गांव पर भारी संकट गहरा गया है. गांवों में बाघेरी का नाका बांध से पीने के पानी की सप्लाई होती है लेकिन बांध के पानी का लेवल काफी गिरने से समस्या आ रही है.


पिछले साल मानसून की देरी से बाघेरी नाका इतिहास में पहली बार अक्टूबर महीने में छलका था. पानी का लेवल ऊंचा होने से लोगों को गर्मी में भी भरपूर मिलने की आस बंधी थी लेकिन इस बार मार्च से ही तेज गर्मी में पानी के दोहन और वाष्पीकरण से 32 फीट भरवा क्षमता वाले बाघेरी नाका का जल स्तर सात माह में 22 फीट हो गया है. बाघेरी से प्रतिदिन दो सौ लाख लीटर पानी का दोहन करके ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई किया जा रहा है. लेकिन जलापूर्ति अभी से प्रभावित होने लगी है.


ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी पानी की मांग


बाघेरी से राजसमंद, उदयपुर जिले के 10 गांवों में भी पेयजल आपूर्ति होती है. राजसमंद के 293 गांवों में पेयजल की सप्लाई होती है. ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से पानी की मांग एकदम से बढ़ गई है. गांवों में पेयजल आपूर्ति के समय को बढ़ा दिया गया है. एक दिन छोड़कर दूसरे दिन नल आते थे, उन गांवों में अब पेयजल आपूर्ति तीन दिन छोड़कर चौथे दिन हो रही है. बाघेरी नाका परियोजना के एक्सईएन आरके सक्सेना ने बताया कि बाघेरी का नाका में जून तक का पानी है और लोगों को पीने के लिए सप्लाई किया जाएगा. उम्मीद है बारिश आने से लोगों को राहत मिलेगी.


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चार जलाशयों से होती है आपूर्ति


उदयपुर शहर की 6 लाख जनसंख्या को पानी की आपूर्ति पिछोला, फतहसागर, जयसमंद झील और मानसी विकल से होती है. शहर की जनता को 140 मिलियन लीटर पानी की रोजाना जरूरत है लेकिन पर्याप्त पानी नहीं होने से पानी सप्लाई की कटौतियों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारी चेतावनी दे रहे हैं कि अगस्त तक का पानी शहरी क्षेत्र में सप्लाई होगा लेकिन शहर से ही 10 किमी दूर लोगों को पीने के पानी से जूझना पड़ रहा है. अब झीलों के जिले में ऐसे हालत हैं तो दूसरी जगह का समझ सकते हैं. जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता ललित करेरा ने बताया कि उदयपुर शहर के लिए चार स्त्रोत से पानी आता है. अगस्त तक का पानी बचा हुआ है. पेयजल संकट की अभी स्थिति नहीं है.


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