Jodhpur Weather : नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अचानक मौसम में आए बदलाव के साथ कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश व ओलावृष्टि का दौर मार्च महीने की शुरुआत से चल रहा है. भारतीय किसान संघ के प्रदेश सचिव तुलसाराम सिंवर ने बताया कि रबी के सीजन में किसानों के खेतों में तैयार खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है.


जोधपुर व बाड़मेर क्षेत्र में 4 मार्च व 7 मार्च को तेज अंधड़ के बैमोसम बरसात व ओलावृष्टि से रबी सीजन की फसलों में बड़ा भारी नुकसान हुआ है. जोधपुर व बाड़मेर जिले  में 12 लाख हेक्टेयर के करीब खेतो में रबी की फसल की बुवाई हुई. गेंहू की तैयार फसल को भी नुकसान हुआ है. सरसों की अधिकतर फसल खेतों में कटी हुई पड़ी थी. ऐसे में इसमें बड़े नुकसान की आशंका है.


वहीं पकने पर आए हुए इस बगोल के झड़ने से 80 से 90 प्रतिशत नुकसान हुआ है. वही 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोए हुए जीरे में भी बरसात के बाद बनी नमी व ओस के कारण 35 से 40 प्रतिशत नुकसान हुआ है. 4 मार्च को विभिन्न गांवों में ओलावृष्टि हुई है. वहां गेहूं, प्याज, मेथी, चना की फसल में भी नुकसान हुआ है. जोधपुर जिले में रबी सीजन के दौरान करीब 6 लाख हैक्टेयर में फसल बुवाई हुई थी.


जिले में रबी फसल का बुवाई रकबा


फसल          बुवाई
जीरा        165500
सरसो        202000
इसबगोल   32700
चना         48700
गेहूं          69800
तारामीरा    16800
मेथी         10200
अरंडी      25000
लहसुन     10000
प्याज        17000
अन्य        17800


यहां दर्ज कराएं फसल खराबी की शिकायत 


कृषि विभाग के निदेशक बीके दिवेदी ने बताया कि रबी की 30 से 40% फसल पर बारिश हुई है जिसमें किसानों की फसल को नुकसान हुआ है. इसलिए दावरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है. फसल खराबी, बीमा क्लेम दर्ज करने के लिए, कृषको की फसलों में हुए नुकसान की सूचना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत फसल के नुकसान के 72 घंटे के भीतर निम्न माध्यमो से दर्ज करवाई जा सकती.


1. बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 18002664141
2.  Crop Insurance App 
3. निर्धारित प्रारूप में नुकसान की सूचना भरकर के बीमा कंपनी की ईमेल पते -pmfbyrajasthan@futuregenerali.in  या कृषि विभाग/बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को निर्धारित प्रपत्र में भरकर फसल खराबी की शिकायत दर्ज करवाएं.


किसानों ने फसल को हुए नुकसान के बारे में बताया 


जोधपुर से 40 किलोमीटर दूर बालरवा गांव के किसान ओमाराम सांखला के खेत में तैयार खड़ी धनिया व गेहूं की फसल बेमौसम की बारिश व ओलावृष्टि के चलते गिर गई जिससे फसल को भारी नुकसान हुआ हैं. ओमा राम ने बताया कि धनिया की फसल 5 बीघा में की थी. एक बीघा में फसल उगाने का खर्च करें 12 से 15 हजार रुपये आता है.


इस बेमौसम की बारिश के कारण धनिया की फसल खराब हो गई हैं. 15 बीघा खेत में गेहूं की फसल की बुवाई की थी और इस बार बंपर फसल होने की उम्मीद थी लेकिन ओलावृष्टि और तेज हवा के कारण आधी से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है बीमा कंपनी को सूचित कर दिया है क्लेम के लिए अभी तक कोई गिरदावरी नहीं भरी गई है


पटवारी ने अभी नहीं बनाई गिरदावरी रिपोर्ट


मांडल गांव के किसान सुमेर गहलोत ने बताया कि हमारे क्षेत्र में जीरे की फसल अधिक होती है. मैंने 20 बीघा जमीन पर जीरे की फसल की बुवाई की थी और फसल तैयार हो गई लेकिन अचानक हुई बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया है जीरे की फसल पर बारिश की एक बूंद गिरते ही जीरा खराब हो जाता है और उसकी क्वालिटी भी खराब हो जाती है इस बार रबी की फसल में भारी नुकसान हुआ है.


बीमा कंपनी की ओर से अभी तक कोई नहीं आया है ना ही पटवारी ने पहुंचकर गिरदावरी रिपोर्ट बनाई हैतिंवरी मथानिया ओसिया भोपालगढ़ बिलाड़ा बालेश्वर बालरवा घेवडा आसपास के गांव में इस बे मौसम की बारिश ने किसानों का हाल बेहाल किया है. किसानों के खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है या खराब हो गई है.फसल खराब होने का अनुमान लगाया जा रहा है. 30 से 40% तक फसल खराब का अनुमान है सरकार के द्वारा सही आंकड़े गिरदावरी रिपोर्ट के बाद सामने आएंगे


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