राजस्थान के भरतपुर जिले में घने कोहरे का प्रकोप छाया हुआ है. इसके अलावा कोहरे के साथ-साथ ठंडी हवाओं ने आमजन का जीना मुश्किल कर रखा है. घना कोहरा बढ़ने से सुबह के वक्त लोगों को बाहर जाने में काफी परेशानी हो रही है. हाईवे पर गुजरने वाले वाहनों को हेडलाइट जलाकर धीरे से चलना पड़ रहा है.
सुबह 10 बजे तक कोहरे का आलम यह है कि महज बीस मीटर की दूरी पर कुछ भी देख पाना मुश्किल हो रहा है लिहाजा सडकों पर गुजरने वाले वाहनों की रफ़्तार थम गयी जिससे कोहरे ने लोगों का आवागमन अवरुद्ध कर दिया. सभी प्रकार के छोटे बड़े वाहनों को घने कोहरे से निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वाहन चालकों को हेड लाइट जलाकर अपनी राह देखनी पड़ी तो पड़ रही सर्दी से बचने के लिए लोगों को अलाव जलाकर आग का सहारा लेते देखा गया है.
सर्दी ऐसी की घर से निकलने का मन नहीं कर रहा है लोग जरूरी कार्य के लिए ही घर से निकल रहे हैं वो भी अपने आप को गर्म कपड़ों से ढककर अस्पताल में खांसी जुकाम वायरल के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
कड़ाके की सर्दी से इंसानो की ही नहीं जानवरों को भी ठिठुरते देखा जा रहा है. हर वर्ष नगर निगम की तरफ से जगह - जगह लकड़ी डलवाकर जानवरों के लिए अलाव की व्यवस्था की जाती है लेकिन इस बार नगर निगम की तरफ से भी जानवरों के लिए अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. सड़क पर आवारा जानवर सर्दी से ठिठुर रहे है. जहां भी लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाते है वहां जानवर भी आग के सहारे सर्दी से बचने का प्रयास करते हैं.
क्या कहना है वाहन चालकों का
वाहन चालकों का कहना है कि आज घना कोहरा छाया हुआ है. सड़क पर वाहन को चलाना मुश्किल हो रहा है. सामने कुछ भी नहीं दिख रहा है. हाइवे पर वाहन दौड़ नहीं रहे है धीरे-धीरे रेंग रहे हैं.