Weather Update: राजस्थान में अचानक से एक बार फिर मौसम ने करवट ले लिया है. जयपुर में सुबह से ही बादल छाए हुए है. यहां पर मौसम तेजी से बदल रहा है. मौसम विभाग जयपुर (jaipur Meteorological Department) ने चेतावनी दी है कि प्रदेश में सोमवार से बारिश हो सकती है. इसके साथ ही हवाएं तेज चलेंगी. जिससे ठंड में फिर से तेजी आने के आसार है. लिहाजा, इस दौरान छोटे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. इस बदले हुए मौसम से जहां एक तरफ हवाई यातायात पर असर हो रहा है. वहीं, इससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने के आसार हैं. प्रदेश में एक बार फिर से गलन बढ़ गई है.

मौसम विभाग ने दी ये जानकारी
मौसम विभाग के निदेशक राधे श्याम शर्मा के मुताबिक आगामी दिनों में एक नए पश्चिमी विक्षोभ तथा पूर्वी हवाओं के आपसी टकराव की वजह से पूर्वी राजस्थान में 23 से 27 जनवरी के दौरान मौसम में परिवर्तन होने के आसार है. इस दौरान बादल छाए रहने और कोटा, जयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के जिलों में 24 से 26 जनवरी के दौरान कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है.

पिछले दिनों ऐसा ही माहौल था

पिछले दिनों मौसम विभाग ने संकेत दिया था कि श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर चूरू नागौर झुंझुनू,जोधपुर, जिलों और आसपास के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर बूंदा-बांदी या हल्की बारिश  की संभावना है. इसके बाद उसका असर भी दिखा था. हालांकि, इसके बाद से जयपुर के मौसम में थोड़ी गर्मी आई थी. लेकिन, अब मौसम विभाग ने एक बार फिर से अलर्ट जारी कर दिया है. इसमें कहा गया है कि सोमवार को एक बार फिर से बारिश हो सकती है. इसके साथ ही यहां पर  मौसम में गलन भी बढ़ गई है.

कुछ स्थानों पर होगी बारिश

मौसम विभाग अपने ताजा अलर्ट में कहा है कि जयपुर के कुछ स्थानों पर हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है.विभाग के मुताबिक, आने वाले 5 से 6 दिनों तक मौसम में बड़ा बदलाव दिखेगा. रात होने पर ठंड बढ़ेगी, जबकि पिछले कुछ दिनों से ठंड में कमी देखने को मिल रही थी, जिससे लोगों को ठंड से बड़ी राहत मिली थी. लेकिन, आसमान में बादल छाने के साथ ही बदलाव से एक बार फिर से ठण्ड लौटती हुई दिख रही है.

देर से आई मावठ


जानकारों का कहना है कि अगर मावठ समय से आती है तो फसलों को लाभ मिलता है. इससे फसलों को पाला नहीं लगता है, लेकिन देर से आई मावठ ने पूरा माहौल बदल दिया है. समय पर मावठ के नहीं आने से मटर और टमाटर को बड़ा नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि किसान भी मावठ के इन्तजार में रहते हैं, लेकिन अब मावठ के देर से आने की वजह से कोई लाभ की उम्मीद नहीं बची है.


जानकारों का कहना है कि अगर मावठ समय से आती है तो फसलों को लाभ मिलता है. इससे फसलों को पाला नहीं लगता है, लेकिन देर से आई मावठ ने पूरा माहौल बदल दिया है. समय पर मावठ के नहीं आने से मटर और टमाटर को बड़ा नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि किसान भी मावठ के इन्तजार में रहते हैं, लेकिन अब मावठ के देर से आने की वजह से कोई लाभ की उम्मीद नहीं बची है.


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