Jaisalmer Weather News: जैसलमेर में पिछले कई दिनों से गर्मी की शिद्दत बरकरार है. सुबह से ही अंगारे आसमान से बरसने लग रहे हैं. तपिश और झुलसा देने वाली गर्मी की वजह से घरों में कूलर, पंखे की हवा नाकाम साबित हो रही है. भीषण गर्मी के कारण लोग बेहाल नजर आ रहे हैं. तन को चुभने वाली सूरज की तीखी किरणों और उमस से लोग परेशान हैं. गौरतलब है कि मार्च महीने में 2 बार तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था. 


भीषण गर्मी ने इंसानों के साथ मवेशियों को भी किया बेहाल


सूर्य उगने के साथ गर्मी का तेवर दिखना शुरू हो जाता है. दोपहर के समय गर्मी का प्रकोप चरम पर पहुंच जाता है. शहर के कई मोहल्लों, बाजारों और चौराहों में आवागमन कम हो जाता है. गर्मी से बचने के लिए ग्रामीण सुबह जल्दी आवश्यक काम निपटाकर घरों की ओर लौट जाते हैं. आज गर्मी के बढ़े असर की वजह से पशुधन भी बेहाल दिखाई दिए. आमजन गर्मी से बचने के लिए तरह तरह का जतन कर रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में हालात और भी बदतर हैं. गर्मी के मौसम में कूलर और एसी भी काम करते नजर नहीं आ रहे हैं. लोग घर के अंदर दुबकने में ही भलाई समझ रहे हैं. बाहर निकलने के लिए लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.


राजस्थान: कांग्रेस नेता का अपनी ही सरकार पर तंज, बोले- जिन्हें पायजामे का नाड़ा बांधने नहीं आता वे मंत्री बन गए


मार्च की तपिश से मई जून का लगाया जा सकता है अनुमान


तन झुलसाने वाली गर्मी के कारण लोगों की दैनिक दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है. शाम ढलने के बाद बाजार में चहल पहल नजर आती है. शहर भ्रमण पर आए हुए सैलानी भी गर्मी झेलने को मजबूर हैं और बेहाल हो रहे हैं. शहर की गर्मी देखकर रेतीले स्थानों पर हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है. बॉर्डर पर जवान अंगारों जैसी तपती धूप में पेट्रोलिंग करने को मजबूर होंगे. जवानों के जज्बे को एबीपी न्यूज सलाम करता है. लोगों का कहना है कि मार्च महीने में प्रचंड गर्मी कभी नहीं देखी. मार्च महीने में गर्मी की स्थिति देख मई-जून का हाल सोचकर ही डर लग रहा है.


Rajasthan सरकार की सराहनीय पहल, पेपरलेस और डिजिटल होकर की 300 करोड़ रुपये की बचत