Rajasthan Weather News: मौसम विभाग ने राजस्थान के 16 जिलों में जारी किया बारिश का अलर्ट, जानें- कहां-कहां बरसेंगे बादल
बरसात से जहां किसानों को फायदा हो रहा है वही भरतपुर में जसवंत प्रदर्शनी और मेला लगा है. यह जसवंत प्रदर्शनी और मेला 103 वर्ष से लगता आ रहा है.
Rajasthan News: मौसम विभाग की ओर से राजस्थान के 16 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं. कल भी पूर्वी राजस्थान में कई जगहों पर बारिश हुई थी. आज सुबह से बूंदाबांदी हो रही है. मौसम सुहाना होता जा रहा है.
पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग से मानसून की अक्सर 15 सितंबर तक विदाई मानी जाती है. लेकिन इस बार मानसून की विदाई के समय अमृत की बरसात हो रही है, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसान अक्टूबर में रबी की फसल की बुवाई करते हैं.मानसून विदाई की बरसात से किसानों को लाखों रुपये के डीजल और बिजली की बचत हुई है. बरसात से जमीन में नमी होने के कारण अभी फसल की बुवाई कर पानी नही लगाना पड़ेगा.
5 दिन पहले हुई बरसात से ज्वार और बाजरा की फसल को नुकसान
बरसात को लेकर किसानों से बात की तो किसान रम्बो ने बताया कि 15 दिन पहले जो बरसात हुई थी. उससे ज्वार और बाजरा की फसल को काफी नुकसान हुआ था. जिसकी गिरदावरी प्रशासन द्वारा कराई गई है और सभी किसानों को मुआवजा दिलाने की कोशिश भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही है. लेकिन अब जो बरसात हो रही है मानो आसमान से अमृत की वर्षा हो रही है. इससे किसान को काफी फायदा होगा. रबी फसलों जैसे गेहूं, जौ, चना, सरसों आदि की बुवाई का कार्य किसान समय पर करेंगे.
बरसात से जहां किसानों को फायदा हो रहा है वही भरतपुर में जसवंत प्रदर्शनी और मेला लगा है. यह जसवंत प्रदर्शनी और मेला 103 वर्ष से लगता आ रहा है. 103 वर्ष में सिर्फ दो वर्ष कोरोना काल मे जसवंत प्रदर्शनी एवं मेले का आयोजन नहीं हुआ था. उत्तर भारत के व्यापारी जसवंत प्रदर्शनी व मेले में पहुंचकर अपना कारोबार करते हैं. बरसात से मेले में आये व्यापारियों को आर्थिक नुकसान होने की संभावना है.
विदाई होते मानसून ने बरसाया अमृत
केवलादेव नेशनल पार्क के निदेशक अभिमन्यु सहारण ने बताया है कि भरतपुर संभाग के अंदर मानसून की बरसात अपेक्षा के अनुरूप नहीं हुई. पार्क प्रशासन पानी के लिए संघर्ष कर रहा था, लेकिन मानसून जाते - जाते मेहरबान हुआ और केवलादेव नेशनल पार्क के लिए अमृत जल बरसाया. बरसात होने से केवलादेव नेशनल पार्क को अजान बांध से पानी मिला है, गोवर्धन नाले से पानी मिल रहा है. केवलादेव नेशनल पार्क के टूरिज्म जॉन को पानी से पहले ही भर लिया था, अब अन्य झीलों में भी पानी भर लिया जाएगा और इस बार सीजन भी अच्छा जायेगा.
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