Udaipur News: देश में पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने का असर हर सामान पर पड़ रहा है. पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ने के कारण गेंहू के दाम तो बढ़ें ही हैं लेकिन इसके अलावा भी कई मुख्य कारण हैं. इसको लेकर व्यापारी ने जानकारी दी है. यहीं नहीं आगे भी या तो भाव स्थिर रहने या और अधिक बढ़ने की व्यापारी संभावना जता रहे हैं. प्रति किलो की बात करें तो दो से तीन रुपए बढ़ोतरी हो गई है. हालांकि इससे किसानों को फायदा है लेकिन आम आदमी को ये महंगा पड़ रहा है.
कैसा है गेहूं का बाजार?
उदयपुर कृषि उपज मंडी के गेंहू व्यापारी प्रकाश ने बताया कि गेहूं का बाजार काफी तेज हो रहा है. भाव में कमी आने की जगह इसका भाव बढ़ता जा रहा है. इसके पीछे पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने का कारण तो है ही साथ ही देश से गेहूं निर्यात भी एक कारण है. निर्यात बढ़ने पर भी भाव में बढ़ोतरी हो रही है. अगर राजस्थान की बात करें तो प्रदेश के जिलों से ही गेंहू मंगवाते हैं. उसका भाड़ा जो पहले 55-60 रुपए प्रति किलो लग रहा था अब वह 75 रुपए प्रति किलो हो गया है. यहीं नहीं प्रदेश के बाहर यानी अगर मध्य प्रदेश से गेहूं मंगवाते हैं तो पहले की तुलना में 50 रुपए प्रति किलो बढ़ गया है. यही स्थिति लगभग सभी प्रदेशों में है.
यह है गेंहू के भाव
उदयपुर के व्यापारी के अनुसार मिल क्वालिटी गेंहू जो करीब 15 दिन पहले 2050 थे अब 2175 रुपए तक में बिक रहे हैं. इसी गेंहू को जब देश से बाहर निर्यात करते हैं तो पोर्ट पर 2350 थे जो अब 2450 हो गए हैं. देश में आम आदमी जिस गेंहू को ज्यादा खाने में उपयोग में लाते हैं उसके भी काफी भाव बढ़े हैं. जैसे कोटा फार्मी गेंहू जो पहले 2500 रुपए प्रति क्विंटल थे वह अब 2700 रुपये है, लोकवन 2450 थे जो अब 2600 रुपये हैं, शरबती जो पहले 3500 से 4500 तक थे अब 3700-4800 के हैं. इससे आम आदमी पर असर पड़ा है.
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