Rajasthan News: उदयपुर से शुरू हुआ आदि महोत्सव, अब मनाएगा पूरा राजस्थान, सरकार ने जारी किया आदेश
Aadi Mahotsav: राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी कर आदि महोत्सव को पूरे राजस्थान में कराने का फैसला लिया. ये आदि महोत्सव पिछले साल उदयपुर के आदिवासी क्षेत्र ने हुआ था. इसकी देशभर में चर्चा हुई थी.
Aadi Mahotsav 2023: उदयपुर (Udaipur) में पर्यटन को बढ़ाने के लिए प्रशासन और पर्यटन विभाग की तरफ से कई प्रयास किए जा रहे हैं. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां लगातार कई इवेंट भी आयोजित किए जाते रहे हैं, लेकिन उदयपुर प्रशासन ने पिछले साल एक ऐसा आयोजन करवाया जो पूरे राजस्थान में छाप छोड़ रहा है. दरअसल, पिछले साल उदयपुर में आदि महोत्सव (Aadi Mahotsav) का आयोजन हुआ था. उदयपुर में हुए इस इवेंट को अब पूरा राजस्थान मनाएगा.
उदयपुर में जैसा कार्यक्रम हुआ. वैसा ही कार्यक्रम अब हर जिले में आयोजित किया जाएगा. क्योंकि यह आदि महोत्सव पर्यटन विभाग के वार्षिक कैलेंडर ने शामिल हो गया है. इसके लिए सरकार ने आदेश भी जारी कर दिए हैं. पिछले साल तत्कालीन जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने ग्रामीण क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने, वहां की संस्कृति और कला को बड़ा मंच देने के लिए एक महोत्सव की सोच रखी. इसके बाद आदि महोत्सव करने की बात कही गई.
उदयपुर में दो दिन का हुआ था आदि महोत्सव
इसे सबसे पहले उदयपुर के सबसे सुदूर कोटड़ा तहसील में कराने की प्लानिंग बनाई गई. इसके बाद इस आदि महोत्सव को 27- 29 सितंबर के बीच कोटड़ा में कराया गया. इस आदि महोत्सव में कोटड़ा के स्थानीय जनजाति कलाकारों और सात राज्यों के लोक कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी थीं. साथ ही इस आदि महोत्सव में विभिन्न खेल गतिविधियां, आदिवासी खान-पान, आभूषण औजार के स्टॉल और एडवेंचर गतिविधियां भी संचालित की गई थीं.
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने क्या कहा
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि इस आदि महोत्सव से उदयपुर के जनजातीय क्षेत्र को बड़ी पहचान मिली थी. बड़ी संख्या में लोग इस आदि महोत्सव में पहुंचे थे. तब कोटड़ा को पिछड़ा क्षेत्र मानकर यहां कोई नहीं आना चाहता था, लेकिन जब लोग यहां आए तो वो उसकी खूबसूरती के कायल हो गए. उन्होंने बताया कि फिर तत्कालीन कलेक्टर ताराचंद मीणा के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग उदयपुर ने यह प्रस्ताव जयपुर भेजा था, जिस पर अब मुहर लगा दी गई है.
इस तारीख को राजस्थान मनाएगा महोत्सव
उन्होंने बताया कि प्रस्ताव में लिखा था कि 15 नवंबर को स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन आदि महोत्सव को भी मनाया जाए. इस पर सरकार ने मुहर लगा दी है. उन्होंने बताया कि अब यह आदि महोत्सव बिरसा मुंडा जयंती पर आदिवासी बहुल एरिया में होगा. पर्यटन विभाग इसके लिए हर साल दो लाख रुपये प्रदान करेगा, शेष खर्च होने वाली राशि का बंदोबस्त जिला कलेक्टर उदयपुर की देखरेख में किया जाएगा.
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