Biporjoy Alert in Kota: गुजरात (Guajarat) में तबाही मचाने के बाद राजस्थान (Rajasthan) की ओर बढ़ रहा बिपरजॉय साइक्लोन (Biporjoy Cyclone) को देखते हुए कोटा संभाग (Kota) में भी अलर्ट जारी किया गया है. कोटा जिला कलक्टर ओपी बुनकर (OP Bunkar) ने एक आदेश जारी कर जिले के समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बिपरजॉय साइक्लोन के प्रभाव के कारण जिले में भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर 16, 17 और 18 जून को जिला मुख्यालय में ही रहेंगे. जिले में कोई भी अधिकारी और कर्मचारी जिला कलक्टर के बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. कई अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. जिला प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया है. 


चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर बूंदी जिले में तीन दिन का येलो अलर्ट घोषित किया गया है. अभी तूफान गुजरात में केंद्रित है. ऐसी स्थिति में राजस्थान के उदयपुर, जोधपुर और अजमेर संभाग में इसका असर देखने को मिलेगा. जिला प्रशासन ने आमजन को सावधान रहने को कहा है, इसके लिए मुनादी करवाई जा रही है. कंट्रोल रूम बनाकर काम शुरू कर दिया है. सरकारी कर्मियों के अवकाश रद्द कर मुख्यालय पर रहने को आदेश दिया गया है. शुक्रवार (16 जून) को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचता है तो कम दबाव का क्षेत्र बन जाएगा. ऐसी स्थिति में तूफान उदयपुर, जोधपुर संभाग से अपनी दिशा बदलकर दक्षिण- पूर्व की ओर बढ़ सकता है. इसका पूर्वी राजस्थान की ओर से बढ़ने की इसकी संभावना बढ़ जाएगी. बिपरजॉय को देखते हुए प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा है.


तूफान से निपटने के लिए सभी विभाग अलर्ट


पब्लिक से जुड़े हुए सभी विभागों के कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई है. तीन दिन के लिए कर्मचारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं. इसी प्रकार बूंदी और सभी उपखंडों पर आपदा नियंत्रण केंद्र शुरु किया गया है. बूंदी में 11, तालेड़ा, हिंडौली में 5-5, केशवरायपाटन में 3, नैनवां में 5 जवान तैनात किए गए हैं. इनको लाइफ जैकेट, ट्यूब, बोट, ड्रेगन लाइट, रस्से, जूते दिलाए गए हैं. आपात स्थिति को देखते हुए नगर परिषद ने 3 रैन बसेरा और एक सामुदायिक भवन में 300 लोगों के रहने-खाने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा 3 जेसीबी मशीन भी लगाई गई है. तूफान आने की स्थिति में विभिन्न विभाग भी अलर्ट पर रहेंगे.
 
बिपरजॉय साइक्लोन के जारी किये गए हैं ये दिश निर्देश 



  • आपदा राहत से संबंधित विभागों, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जन स्वा.अभियांत्रिकी विभाग, चिकित्सा, पुलिस, जल संसाधन, ग्रामीण विकास, नगर निकाय, पंचायत आदि की बैठक कर आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए कहा गया है. 

  • जिला कलक्टर ने अपने निर्देश में कहा कि अपने जिला या उपखण्ड मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष 24 घंटे राउण्ड द क्लॉक स्थापित करें. 

  • नियंत्रण कक्ष में राहत एवं बचाव के लिए आवश्यक उपकरणों एवं साजों सामान (रस्सा, ट्यूब, टॉ लाठी, मड पम्प इत्यादि) रखवाया जाना सुनिश्चित करें. जिला कलक्टर ने कहा कि अपने क्षेत्र के तैराकों की सूची अपडेट कर, उनसे सम्पर्क कर तैयार रहने के लिए निर्देशित करें. 

  • जिला मुख्यालय सहित प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध जेसीबी, ट्रैक्टर, वाहन और अन्य संसाधन की सूची अपडेट कर तैयार रखें. डूब क्षेत्र में आने वाली बस्तियों का चिन्हिकरण कर सूचना भेजें. 

  • बहाव क्षेत्र, डूब क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों के समीप उच्च स्थान पर आवश्यकतानुसार सरकारी भवनों आश्रय स्थल के रूप में चिन्हित करें.

  • तेज अंधी से विद्युत संचार प्रणाली और दूरसंचार सेवाऐं बाधित हो सकती है, इसके लिए डीजी सेट की उपलब्धता का पूर्व आंकलन कर सूचीबद्ध करें.

  • जिला स्तर, पंचायत स्तर पर आश्रय स्थल (सामुदायिक केन्द्र, विद्यालय इत्यादि) को चिन्हित कर, आवश्यकता होने पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें.

  • नगरीय निकाय अपने क्षेत्र की इन्दिरा रसोई को तैयार रखें, साथ ही पानी निकासी हेतु मड पंप और अन्य आवश्यक संसाधनों को तैयार रखें.

  • रसद विभाग खाद्य सामग्री की आवश्यकता होने पर फूड पैकेट्स तैयार करवाया जाना सुनिश्चित करें.


ये भी पढ़ें: Rajasthan: डबल मर्डर से दहला धौलपुर! पुरानी रंजिश में महिला सरपंच के भाइयों ने मां-बेटी को मारी गोली