Rajasthan News: जयपुर में युवा संवाद' और पंच-प्राण कार्यक्रम का आयोजन, विस्तार से हुई चर्चा
Jaipur: जयपुर के चंदवाजी में आयोजित युवा संवाद इंडिया और 2047 भारत के पंच प्रण एक युवा पर चर्चा हुई. इसमें वक्ताओं ने भारत के पंच प्रण पर विस्तार से चर्चा की.
Rajasthan: जयपुर के चंदवाजी में आयोजित युवा संवाद इंडिया और 2047 भारत के पंच प्रण एक युवा पर परिचर्चा हुई. इसमें वक्ताओं ने भारत के पंच प्रण पर विस्तार से चर्चा की है. इस दौरान राजस्थान के चर्चित सर्जन डा. पंकज सिंह ने कहा कि भारत के पांच प्रण पर देश का भविष्य निर्भर है. जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरगामी सोच के आधार पर पांच प्रण निर्धारित किए गए हैं. अगर देश का हर व्यक्ति इन पांच प्रणों का अनुसरण करे तो 2047 तक भारतवर्ष विकसित देशों में सर्वोपरि होगा और विश्वगुरू बनेगा.
उन्होंने पांचों प्रणों पर विस्तार से चर्चा की है. पंचप्रण का पहला प्रण विकसित भारत पर डॉ पंकज सिंह ने कहा कि इसका अर्थ है दास्तां की जंजीर तोड़ कर आगे बढ़ें आगे बढ़कर देश को विश्व गुरु बनाने का प्रण लेना है. इसके लिए राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानना होगा. वहीं दिव्यांग प्रीमियर लीग के विजेता गौरी शंकर मीणा ने कहा कि प्रयास करने से सब कुछ संभव है. राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता मनु कम्बोड ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि युवाओं के बेहतर विकास के लिए डा. पंकज सिंह हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
युवाओं को किया प्रोत्साहित
शिक्षाशास्त्र के प्रो. अशोक शर्मा ने कहा कि देश के लिए कुछ करने का जज्बा हो तो भूख-प्यास नहीं लगती केवल लक्ष्य दिखाई देता है. भाषण प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों और विश्वविद्यालयों के दो दर्जन से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया. जिसमें बीएससी बायोटैक की छात्रा तनिष्का भाटिया ने नागरिकों में कर्तव्य भावना पर अपने विचार को व्यक्त किया और उन्हें प्रथम स्थान मिला. वहीं समाजशास्त्र द्वितीय वर्ष की छात्रा विद्या भारती ने उपनिवेसिक मानसिकता का पतन पर विचार व्यक्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया.
वहीं दूसरी तरफ भोबाडी में आयोजित कार्यक्रम में पंकज सिंह के लिए ग्रामीणों ने जोश दिखाया. इसमें जुगल शर्मा, राकेश शर्मा, अशोक शर्मा आदि ने अपनी बात कही. पंकज सिंह ने ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए एक प्रण लिया है. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य समाज को एक नई दिशा देकर सर्वांगीण विकास करना है. उन्होंने कहा कि मैं समाज के लिए और समाज कल्याण के लिए तन मन धन से प्रयास कर रहा हूं. उन्होंने युवाओं को अपने देश की सभ्यता और संस्कृति अपनाने की सीख दी है.