'जातिवाद, क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर...', राजस्थान विधानसभा युवा संसद समारोह में बोले स्पीकर वासुदेव देवनानी
Rajasthan Yuva Sansad: वासुदेव देवनानी ने युवाओं से कहा सहनशील और शिक्षित बनकर वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा काम करें. साथ ही संविधान में अपनी गहरी आस्था रखें.
Rajasthan Youth Parliament: राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा और सफल लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि राष्ट्र को महान बनाने में यहां की समृद्ध संवैधानिक परंपरा, नियम और प्रक्रियाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. भविष्य में इस महान लोकतंत्र को इसी तरह जीवित रखने में देश के युवाओं का अहम योगदान होगा. स्पीकर वासुदेव देवनानी ने यह बातें राष्ट्र मंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वाधान में युवा संसद समारोह को संबोधित करते हुए कहा है.
उन्होंने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही न्याय सभा और राजसभा के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं रही है. भारत के जन-जन के मन में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और व्यवस्थाओं के प्रति गहरी आस्था है. उन्होंने युवा संसद में उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि इस संसदीय व्यवस्था में भागीदार बनकर इस महान लोकतंत्र में एक नई ऊर्जा का संचार करें.
वासुदेव देवनानी ने युवाओं से कहा कि सहनशील और शिक्षित बनकर वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा काम करें. इस कार्यक्रम में 41 विद्यालयों के 181 विद्यार्थियों द्वारा विधायक के रूप में सदन में बैठकर जनहित के प्रश्न पूछे गए. साथ ही उनके द्वारा ही स्पीकर, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और मंत्री की भूमिका निभाई गई. कार्यक्रम में 20 जयपुर के और 21 राज्य के अन्य जिलों और राज्यों के विद्यालयों ने कार्यक्रम में भाग लिया है.
हमेशा नेशन फर्स्ट की भावना के साथ काम करें- देवनानी
उन्होंने युवाओं से कहा कि संविधान के आधार पर ही देश में विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका काम करती है. इसलिए देश के युवाओं को संविधान में अपनी गहरी आस्था रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के युवा जातिवाद, क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर नेशन फर्स्ट की भावना के साथ काम करें. राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत की दिशा में करना होगा.
देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि हमेशा दीन-दुखी, पिछड़े और गरीबों के उत्थान के लिए काम करें और समाज में अंधकार और अशिक्षा को दूर करने में अपने तन-मन-धन से हर संभव सहयोग करें. शिक्षक रहते हुए अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने सदन में उपस्थित विद्यार्थियों को कहा कि मन में जिज्ञासा और गुणात्मक कार्यों में हमेशा अपनी रूचि बनाये रखे.
नेता प्रतिपक्ष ने कही ये बातें
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश के विकास, कानूनों की क्रियान्विति आदि का निर्धारण विधानसभा से ही होता है. इस पवित्र सदन में आना बहुत सौभाग्य की बात है. उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को कहा कि सदन में बैठकर यहां की कार्यप्रणाली को बारीकी से समझकर एक जागरूक नागरिक बने. उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के सीमित उपयोग और फेक न्यूज़ के प्रति जागरूक रहने को कहा.