(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Watch: सदन में राजेंद्र गुढ़ा के साथ हुई धक्का-मुक्की, ऐसे निकाला गया बाहर, वीडियो वायरल होने पर चढ़ा सियासी पारा
Rajasthan Assembly: जब लाल डायरी का जिक्र राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में किया तो कांग्रेसियों ने उन्हें बोलने से रोक दिया और हाथापाई की स्थिति बन गई. हंगामे के बीच 3 बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ा.
Rajendra Gudha in Rajasthan Assembly: राजस्थान की विधनासभा में सोमवार को जो हुआ उससे राज्य की राजनीति का पारा काफी हाई को हो गया है. कांग्रेस के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ कांग्रेस के ही विधायकों और मंत्रियों ने बदसलूकी की. आरोप लगे कि उनके साथ सदन के अंदर ही धक्का मुक्की की गई और जबरदस्ती विधानसभा से बाहर निकाल दिया गया. स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने भी उन्हें फटकार लगाई और अपनी बात रखने की अनुमति नहीं दी. अब सदन के अंदर का वीडियो भी सामने आया है जो इस बात की गवाही देता है. विधानसभा के अंदर एक विधायक के साथ ऐसा सलूक प्रदेश की राजनीत और आम जनता के लिए भी दंग कर देने वाला था.
राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा के बाहर मीडिया से बात की, जिस दौरान वह रो पड़े. उनका कहना था कि करीब 50 लोगों ने उनपर हमला किया और लात-घूंसे तक चलाए. उन्हें गिराकर मारा गया. राजस्थान विधानसभा में हुई इस घटना की वजह एक लाल डायरी है. वह डायरी जिसको लेकर राजेंद्र गुढ़ा दावा करते हैं कि उसमें कांग्रेस से जुड़े कई राज छुपे हैं.
लाल डायरी का रहस्य उजागर करने का दावा
जब लाल डायरी का जिक्र राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में किया तो कांग्रेसियों ने उन्हें बोलने से रोक दिया और फिर हाथापाई की स्थिति बन गई. हंगामे के बीच तीन बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. अब राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि मारपीट करते हुए कांग्रेस के नेताओं ने उनसे लाल डायरी छीन तो ली है, लेकिन इसका रहस्य वह मीडिया में उजागर कर के रहेंगे.
राजेंद्र गुढ़ा का दावा है कि जिस लाल डायरी के हिस्से कर दिए गए वह केवल एक कॉपी थी, असली डायरी उनके पास अभी भी सुरक्षित है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मांग की कि इस डायरी को सदन के पटल पर रखने की अनुमति दें, लेकिन इस मांग को खारिज कर दिया गया. अगर इसे रिकॉर्ड पर लिया जाता तो सारे कारनामे सामने आ जाते.
क्या है उस लाल डायरी में?
जिस लाल डायरी के जिक्र भर से राजस्थान की विधानसभा में भूचाल आ गया, उसके बारे में बताते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि इसमें सियासी संकट के दौरान बीजेपी विधायकों को खरीदने से जुड़े राज हैं. वहीं, राज्यसभा चुनाव के दौरान भी विधायकों को करोड़ों रुपये देने की बात है. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को आरसीए बनाने से पहले वोट खरीदी से भी जुड़े प्रमाण हैं. ऐसे दावे खुद राजेंद्र गुढ़ा ने किए हैं.
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