Rajasthan News: उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से विधायक से मंत्री बनाए गए राजेंद्र सिंह गुढा अपने बयानों को लेकर आजकल सुर्खियों में हैं. ये बयान उनके मंत्री बनने के बाद आए हैं. इस बयान में वे कह रहे हैं कि, ''बसपा से चुनाव जीतता हूं मंत्री बनता हूं कांग्रेस में और फिर दरी बिछाने का टाइम आता है तो कांग्रेस वालों को कहता हूं संभालो तुम्हारी कांग्रेस, फिर बहिन जी से टिकट लाता हूं बसपा से विधायक बनता हूं और फिर मंत्री बन जाता हूं बताओ इस खेल में कोई कमी है क्या.''
बयान पर चर्चा
राजनितिक विश्लेषण की दृष्टि से देखे तो वाकई इस खेल में कोई कमी नहीं है क्योंकि जो नेता इतना बड़ा खेल खेल सकता है वह वाकई राजनीति का बड़ा खिलाडी है. सच्चाई भी यही है पब्लिक उनके विवादित बयानों को लेकर चर्चा कर रही है.
5 बसपा विधायक मंत्री नहीं बन पाए
राजेंद्र सिंह गुढा के साथ पांच अन्य विधायक जो बसपा से आए थे उनको मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया जिसके चलते उन्होंने नाराजगी भी जताई थी. राजेंद्र सिंह गुढ़ा को भी मंत्री का वही पोर्टफोलियो दिया गया जो पिछली बार उनके पास था.
सरकारी वाहन लौटाया
इस बार उनको अपेक्षा थी कि उनको कोई बड़ा पोर्टफोलियो सौंपा जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसकी वजह से मंत्री गुढ़ा प्रेशर पॉलिटिक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी वजह से ही उन्होंने अभी तक मंत्री पद का कार्यभार भी ग्रहण नहीं किया और अपना सरकारी वाहन भी लौटा दिया है. यह भी समझने की बात है कि जो व्यक्ति किसी अन्य पार्टी से टिकट लाकर चुनाव जीतता है और दो बार मंत्री बनता है वह अनजाने में ऐसे बयान नहीं दे सकता.
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