Rajasthan: जयपुर में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का हुआ शुभारंभ, CM गहलोत बने मैच रेफरी
Rajiv Gandhi Rural Olympics Games: राजस्थान के जयपुर के एसएमएम स्टेडियम में सीएम अशोक गहलोत ने राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का शुभारंभ किया. इस दौरान खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया.
Rajiv Gandhi Rural Olympics Games: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राजधानी जयपुर (Jaipur) के एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का शुभारंभ किया. राजस्थान के सभी जिलों से आई टीमों के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया. सीएम ने सलामी लेने के बाद ग्रामीण ओलंपिक खेलों की मशाल खिलाड़ियों को थमाकर खेलों का विधिवत शुभारंभ किया. साथ ही खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन किया. नागौर और जालोर की टीमों के बीच आयोजित कबड्डी मैच सीटी बजाकर शुरू करवाया.
इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने मैच में रेफरी की भूमिका निभाई. मैच में राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के साथ कबड्डी खेली. उद्घाटन समारोह में प्रदेश के अलग-अलग अंचलों के साथ दूसरे राज्यों से आए कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं. सीएम गहलोत ने एसएमएस स्टेडियम में ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन को दर्शाते हस्तनिर्मित चित्रों के प्रदर्शन का अवलोकन भी किया.
'खेल प्रतिभाओं को निखार रही सरकार'
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ओलंपिक खेलों से प्रदेश के ग्रामीण अंचल में छुपी खेल प्रतिभाएं सामने आई हैं. इन खेलों को पूरे राजस्थान में भरपूर सराहना मिली है और ये अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल रहे हैं. आने वाले समय में ग्रामीण ओलंपिक खेल अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत के मेडलों की संख्या बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. प्रदेश में खेलों के लिए सकारात्मक माहौल बनाने के साथ-साथ आपसी प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और सहयोग का वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की शुरूआत की गई थी. इन खेलों में सभी आयु वर्ग और सामाजिक पृष्ठभूमि वाले खिलाड़ियों ने हार-जीत की भावना से ऊपर उठकर भाग लिया है. इससे समाज में खेलों के प्रति रुझान के साथ सामाजिक समरसता भी बढ़ी है.
प्रदेश में ध्यानचंद स्टेडियम का निर्माण
सीएम गहलोत ने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक में खिलाड़ियों ने जबरदस्त उत्साह के साथ भागीदारी निभाई है. पूरे प्रदेश में 30 लाख से अधिक खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया. इनमें 10 लाख से अधिक महिला खिलाड़ी थी. राज्य सरकार खिलाड़ियों को अच्छे मैदान, उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और उत्कृष्ट खेल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. खिलाड़ियों के लिए पूरे प्रदेश में ध्यानचंद स्टेडियम का निर्माण करवा रहे हैं. खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए अलग-अलग जिलों में खेल अकादमी खोल रहे हैं.
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पहली बार खेलों के लिए 40 करोड़ रुपये का बजट
वहीं खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार की ओर से खेल क्षेत्र में लिए गए फैसलों की चर्चा पूरे देश में हो रही है. पहली बार राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक साथ 40 करोड़ रुपये स्वीकृत किए. इससे पहले प्रदेश में किसी भी खेल पर 40 लाख रुपये तक खर्च नहीं हुए. राजस्थान में खेलों को लेकर जो काम हुए, वो पूरे देश में नहीं हुआ. राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में पदक लाने वाले खिलाड़ियों को सरकार नौकरी दे रही है.
खेल कोच भर्ती करने की मांग
राजस्थान क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने कहा कि युवा पीढ़ी को खेल के मैदानों तक लाने में ग्रामीण ओलंपिक खेलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अपनी नीतियों से अशोक गहलोत सरकार ने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने का कार्य किया है. राजस्थान में आउट ऑफ टर्न नौकरियां दी जा रही हैं. खिलाड़ियों को मिलने वाली अवार्ड राशि को भी प्रदेश सरकार ने बढ़ाया है. राजीव गांधी के नाम से खेल रत्न पुरस्कार शुरू किया है. पूनिया ने सीएम गहलोत से आग्रह करते हुए कहा कि द्रोणाचार्य के बिना अर्जुन आगे नहीं जा सकता था. राजस्थान के खिलाड़ियों को भी द्रोणाचार्य की जरूरत है, इसलिए प्रदेश में 500 कोच की भर्ती की जाए.
समारोह में ये नेता भी रहे मौजूद
राज्य स्तरीय खेलों के उद्घाटन समारोह में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंदराम मेघवाल, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव उषा शर्मा, जयपुर ग्रेटर महापौर शील धाभाई, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष वैभव गहलोत, राजस्थान क्रीड़ा परिषद उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी, विधायक विजयपाल मिर्धा, सुदर्शन सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी, बड़ी संख्या में खिलाड़ी और प्रशिक्षक मौजूद रहे.
राज्य स्तर पर प्रत्येक जिले से 10-10 टीमें
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 330 टीमें खेलेंगी, जिसमें 3 हजार 696 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. सभी 33 जिलों से 10-10 विजेता टीमें भाग लेंगी, जिसमें कबड्डी, वॉलीबाल, हॉकी और टेनिस बॉल क्रिकेट की महिला-पुरुष की एक-एक और शूटिंग वॉलीबाल की पुरुष, खो-खो की महिला टीम शामिल हैं. समापन 19 अक्टूबर को होगा. विजेता खिलाड़ियों और टीमों को पुरस्कार दिए जाएंगे.