Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा डूंगरपुर से भारत आदिवासी पार्टी के नवनिर्वाचित सांसद राजकुमार रोत ने एक बार फिर भील प्रांत की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग बिल्कुल वाजिब है.
राजकुमार रोत ने आगे कहा, "भील प्रांत की इस मांग पर हम जब भी चर्चा करते हैं तो दो सवाल उठते हैं कि यह मांग कब से और क्यों उठी? यह मांग बहुत पहले से उठती आ रही है. आजादी के पहले और आजादी के बाद कई नेताओं ने इस मांग को उठाया, सिर्फ राजस्थान नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, गुजरात आदि से भी यह मांग उठ रही है."
'अंग्रेजी शासन में भी उठाई थी अलग प्रांत की मांग'
राजकुमार रोत ने ये भी कहा, "अगर हम ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में जाएं तो गोविंद गुरु महाराज का जो आंदोलन हुआ था, जिसमें 1500 आदिवासी मारे गए थे तो उस दौरान ही अंग्रेजी शासन व्यवस्था से आदिवासियों ने अलग से भील प्रांत की मांग की थी."
लोकसभा में उठाएंगे भील प्रदेश की मांग
राजकुमार रोत ने कहा कि हमारी इस मांग को लोकसभा में पुरजोर तरीके से उठाएंगे. आदिवासियों के लिए अलग से भील प्रांत की मांग को हम लोकसभा के अंदर रखेंगे. रोत ने कहा कि हमारी पार्टी अलग से भील प्रदेश की मांग पर डटी हुई है.
बता दें कि दो बार के विधायक भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से बीजेपी में आए महेंद्रजीत सिंह मालवीय को करारी शिकस्त दी थी. राजकुमार रोत को डूंगरपुर बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने भी समर्थन दिया था. वहीं अब उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगों को लोकसभा में उठाएंगे. हालांकि इंडिया गठबंधन की बैठक नहीं बुलाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी.
ये भी पढ़ें
उदयपुर में बंदूक की दुकान में ब्लास्ट, 30 फीट तक हवा में उछल कर मालिक का शव बिल्डिंग से टकराया