लोकसभा चुनाव आने वाले हैं. राजस्थान में डीके चरणों में 19 और 26 अप्रैल को मतदान होने वाले हैं. सभी पार्टियों के प्रत्याशी चुनाव प्रचार में लगे है और वोट साधने को कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राजस्थान में पार्टियों का बड़ा वोट बैंक राजपूत समाज बीजेपी से नाराज चल रहा है.
समाज के पदाधिकारियों ने चेतावनी तक दे दी है कि भारतीय जनता पार्टी ने मांगे नहीं मानी तो आंदोलन तो किया जाएगा ही, साथ में मतदान दिवस में बीजेपी का बहिष्कार कर नोटा दिया जाएगा. करणी सेना पूरी तरह से विरोध में उतर आई है. जानिए क्या है मामला.
करणी सेना के पदाधिकारी और महिलाओं ने यह बताई वजह
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना उदयपुर जिला अध्यक्ष अर्जुन सिंह चुंडावत गढ़पुरा ने बताया कि गुजरात में राजकोट लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला है.
उन्होंने कहा कि राजपूत महिलाओं के लिए अपशब्द कहे हैं. विवादित बयान दिया है. इसको लेकर हमारा विरोध है. यहीं नहीं, हमारे समाज के प्रतिष्ठित लोग पहुंचे तो कुछ अधिकारियों ने उनको पगड़ी उछाली.
यहां हमारे समाज के लिए अपमान है. हमारी मांग है कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पुरुषोत्तम रूपाला का टिकट काटा जाए, यानी उनकी जगह अन्य प्रत्याशी घोषित हो. साथ ही समाज को अपमानित करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो.
यह दी चेतावनी
उन्होंने कहा कि राजपुर समाज के 90% लोग भारतीय जनता पार्टी को ही वोट देते हैं. इतिहास रहा है कि जब जब राजपूत समाज विरोध में खड़ा हुआ है तब तक मुंह को खानी पड़ी है. इसका उदाहरण चित्तौड़गढ़ विधानसभा में चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट तब बीजेपी प्रत्याशी के जमानत जब्त हो गई थी.
उन्होंने कहा अभी हमारा बीजेपी से विरोध नहीं है लेकिन अगर पुरुषोत्तम रूपाला को हटाया नहीं गया तो अवश्य विरोध झेलना पड़ेगा और आंदोलन भी होगा. इधर चित्तौड़गढ़ में भी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने प्रेस वार्ता की जिसमें भी कहा कि 16 अप्रैल बाद राजस्थान में विरोध होगा क्योंकि वहां 16 अप्रैल को नामांकन का आखरी दिन है.