Rajsamand News: राजसमन्द में आग में झुलसे पुजारी की मौत, अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार, कांग्रेस MLA पर भी लगे आरोप
Rajasthan News: उदयपुर महाराणा भूपाल अस्पताल में पुजारी का पिछले 6 दिनों से इलाज चल रहा था. उनके साथ जो हुआ उसे लेकर समाज के लोगों में नाराजगी है. जानिए मृतक के बेटे ने क्या मांगें रखी?
Rajsamand Crime News: उदयपुर संभाग के राजसमन्द जिले के देवगढ़ कस्बे में बीते रविवार देर रात पुजारी दंपति को जिंदा जलाने की दिल दहला देने वाली घटना हुई थी. इसमें उदयपुर महाराणा भूपाल अस्पाताल में पुजारी का पिछले 6 दिन से उपचार चल रहा था जिनकी मौत हो गई. मौत के बाद समाज के लोगों में गुस्सा है और अब मामला राजधानी तक पहुंच गया. वहीं पुजारी की पत्नी 35 फीसदी तक झुलस चुकी है जिनका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. पुजारी के बेटे और समाज के लोगों ने 21 सूत्रीय मांग रखी है. साथ ही मामले में कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक पर भी आरोप है.
कैसे घटी यह घटना
पुजारी के बेटे मुकेश कुमार प्रजापत ने बताया कि देवगढ़ में दुकान है जिसे रविवार रात को बन्द किया था और दुकान के पीछे ही हम खाना बनाते हैं और वहीं खाते हैं. नवरत्न लाल और मां जमना देवी खाना खा रहे थे. उन्होंने बताया कि अचानक दुकान का शटर ऊंचा कर कुछ लोग अंदर घुसे और मुझे पकड़कर बाहर लेकर गए और रस्सी से बांध दिया. वहां करीब 15-20 लोग थे जिनके हाथ में धारदार हथियार और बोतल में पेट्रोल था.
उन्होंने मां और पिता पर पेट्रोल फेंक दिया. जिसके बाद पिता जलती हुई हालात में बाहर आया, उसने बताया कि चिल्लाने के बाद भी को बचाने के लिए नहीं आया. उसने बताया कि फिर मैंने रस्सी तोड़ी और पानी उनके ऊपर डाला. मां के भी हाथ और पैर जल चुके थे. फिर कुछ लोग मदद के लिए आए और उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया.
21 सूत्रीय मांग रखी
मुकेश कुमार प्रजापत ने कहा कि षणयंत्र के तहत यह हत्या की गई है. इस घटना के पीछे सरपंच का पति हरदेव भाट और कांग्रेस विधायक सुर्दशन सिंह सहित अन्य है. विधायक मामले से जुड़े हैं जिससे उनकी भी जांच की जाए. उन्होंने कहा कि हमारी 21 सूत्रीय मांग में यह भी मांग है. प्रजापत समाज के लोगों ने 21 सूत्रीय मांग रखी जिसमें 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए. पुजारी के दोनों पुत्रों की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी दी जाए, जो भी इस मामले में हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसके अलावा अन्य मांगे हैं.
मुकेश ने आगे बताया कि मंदिर में हम पीढ़ियों से पूजा करते आ रहे हैं. सरपंच और विधायक मीटिंग कर पिता की जगह अन्य पुजारी को रख लिया था जिससे पिता पिछले एक माह से मंदिर नहीं जा रहे थे. इसके बाद भी उन्होंने ऐसी घटना को अंजाम दिया. मुकेश कुमार ने कहा कि सरपंच और विधायक मंदिर की जमीन पर दुकानें बनाना चाहते हैं, पिता ने इसका विरोध किया था इसी कारण ऐसा किया गया.
अब तक 7 की गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस और प्रशासन दोनों ने कार्रवाई की है. सरपंच पति सहित 7 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. साथ ही देवगढ़ थानाधिकारी शैतान सिंह को सस्पेंड भी किया गया. कलेक्टर ने देवगढ़ तहसीलदार को 16 सीसीए में चार्जशीट दी है.