Pulwama Widows Protest: साल 2019 में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की विधवाएं अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लंबे समय से राजस्थान में प्रदर्शन कर रही हैं, वहीं पुलिस ने आज इन विधवाओं के समर्थन में जयपुर में विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए गए नेताओं में नेता प्रतिपक्ष राजेद्र राठौड़ भी शामिल थे. हिरासत में लिए जाने के बाद राठौड़ ने सरकार के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.
आगे भी जारी रखेंगे विरोध- राजेंद्र राठौड़
मीडिया से बातचीत में राठौड़ ने कहा कि हमने आज विरोध शुरू किया है और हम इसे जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जिस तरह से व्यवहार दिखा रही है, वह लोकतंत्र का अपमान है. हम राज्य के सभी कोनों में सरकार के खिलाफ विरोध को आगे बढ़ाएंगे.
इससे पहले शुक्रवार को बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा को शुक्रवार को पुलिस के साथ झड़प के दौरान कथित तौर पर 'चोट' लगने के बाद जयपुर के सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल ले जाया गया था. मीना और पार्टी के कार्यकर्ताओं को जयपुर जाते समय पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वह पुलवामा हमले के सैनिकों की प्रदर्शनकारी विधवाओं की मांगों के समर्थन में उनका समर्थन करते रहे हैं.
क्या हैं इन विधवाओं की मांग
विधवाओं की मांग है कि नियमों में बदलाव किया जाए कि अनुकंपा के आधार पर शहीदों के बच्चों को ही नहीं बल्कि उन्हें रिश्तेदारों को भी सरकारी नौकरी मिल सके. उनकी अन्य मांगों में सड़कों का निर्माण और उनके गांवों में जवानों की प्रतिमाएं लगाना शामिल है. गुरुवार को पुलवामा की विधवाओं का विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया और उन्होंने सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार के मुंह में घास डालकर न्याय मांगा. विधवाओं ने बुधवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट के आवास के सामने धरना दिया और मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च किया, जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया. विधवाओं ने इसको लेकर आरोप लगाया था कि पुलिसकर्मयों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था.
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