(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kota: कोटा में ट्रेन की चपेट में आने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत, दिल्ली-मुंबई रेल लाइन पर हुआ हादसा
Kota News: पुलिस ने बताया कि तीनों मृतक नशे के आदि थे. नशे के कारण ही इन्होंने घर छोड़ रखा है. ये बिना किसी को भी बताएं जहां मर्जी वहीं निकल पड़ते थे. इनका जीवन खानाबदोश की तरह बीत रहा था.
Kota Train Incident : कोटा के नगयापुरा (Nagyapura) थाना क्षेत्र में ट्रेन की पटरी पर तीन लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल फेल गई. घटना की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला की ट्रेन की चपेट में आने से तीनों की मौत हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही मौके चर लोगों की भीड़ जुट गई. पुलिस ने तीनों शवों को एमबीएस (Mbs) चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवा दिया है. मरने वालों में से एक की शिनाख्त नहीं की जा सकी है.
इन लोगों के पास लोहे के सरिये मिले- पुलिस
नयापुरा थाना पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि तीनों नशे के आदी थे और यह नशे में ही रेलवे ट्रैक से गुजर रहे थे. इसी दौरान ये लोग ट्रेन की चपेट में आ गए. नशे के कारण इन्हें ट्रेन के आने का पता नहीं चला या किसी कारण से हादसे का शिकार हो गए. नयापुरा थाना अधिकारी राजेंद्र कमांडो के अनुसार, तीनों दिल्ली-मुंबई रेल लाइन पर बोरखेड़ा फ्लाईओवर से जंक्शन की तरफ जा रहे थे. घटना रेलवे ट्रैक पर सुबह करीब साढ़े चार बजे के आसपास हुई. रेलवे के जरिए पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली. इसके बाद सबसे पहले बोरखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी. इसके बाद नयापुरा थाना पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची गई. इन लोगों के पास लोहे के सरिये मिले हैं. इससे ऐसा लगता है कि ये लोग सरिया चुराकर ले जा रहे थे.
नशे के कारण घर छोड़ चुके हैं तीनों
पुलिस ने बताया कि तीनों मृतक नशे के आदि थे. नशे के कारण ही इन्होंने घर छोड़ रखा है. अब ये जहां मर्जी वहीं निकल पड़ते थे. इनका जीवन खानाबदोश था. मतृकों की शिनाख्त सुल्तानपुर निवासी 40 वर्षीय जगदीश मीणा पुत्र रामदेव और चेचट निवासी रतन पुत्र रामचंद्र के रूप में हुई है. तीसरे की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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