राजस्थान (Rajasthan) के राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha election) में चुनावी घमासान के साथ आरोप-प्रत्यारोप जारी है. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के बीच भी जुबानी जंग छिड़ी हुई है. अब मामला पुलिस तक जा पहुंचा है. दो दिन पहले आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने राज्यसभा के चुनाव को लेकर एक ट्वीट करके आरोप लगाया था कि, एक नेता ने अपनी पार्टी के 3 विधायकों को 40 करोड़ रुपए में बेच दिया है. हालांकि विनय मिश्रा ने हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) या आरएलपी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधा आरएलपी की ओर ही था.
आरएलपी विधायकों ने थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट
विनय मिश्रा के इस आरोप के बाद आरएलपी के तीनों विधायक पुखराज गर्ग, इंदिरा बावरी और नारायण बेनीवाल जयपुर के जालूपुरा पुलिस थाने पहुंचे. इन विधायकों ने आम आदमी पार्टी के दिल्ली से विधायक और राजस्थान के प्रभारी विनय मिश्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई.
सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है आरएलपी ने
बता दें कि, 3 दिन पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट करके ऐलान किया था कि, उनकी पार्टी के तीनों विधायक निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा को समर्थन देंगे. इसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने हनुमान बेनीवाल को आड़े हाथों लिया. मिश्रा ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके बेनीवाल को घेरा.
मिश्रा ने भी किया पलटवार
आरएलपी नेताओं के तल्ख तेवरों के बावजूद आप नेता विनय मिश्रा के भी तेवर ढीले होते नजर नहीं आ रहे हैं. आरएलपी नेताओं द्वारा एफआईआर दर्ज कराने को लेकर मिश्रा ने पलटवार में कुछ और ट्वीट कर प्रतिक्रियाएं दी हैं. मिश्रा ने कहा, 'ये मुकदमा किस पैसे से लड़ा जाएगा? विधायक बेचकर जो 40 करोड़ मिले उससे या इसके लिए फिर से दोबारा विधायक बेचा जाएगा? बीजेपी की बी टीम कृपया राजस्थान की जनता को साफ बताए.
मानहानि का केस दर्ज कराएंगे-हनुमान बेनीवाल
मिश्रा ने कहा कि पहले चोर की दाढ़ी में तिनका हुआ करता था. इस बार चोर खुद आगे आकर थाने में बता रहा है कि “मै चोर हूं लेकिन, मुझे चोर न कहा जाए.'' बता दें कि, इस पूरे मामले को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि, वे इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जल्द मानहानि का केस दर्ज करवाएंगे.