Rajasthan Rajya Sabha Election 2022: राजस्थान (Rajasthan) की राज्यसभा (Rajya Sabha election 2022) सीटों के लिए मतदान 10 जून को होने जा रहा है. चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपनी तैयारी कर चुकी हैं. नेताओ की बाड़ेबंदी के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है. राज्यसभा चुनाव के लिए आरएलपी प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (Nagaur MP Hanuman Beniwal) के बीजेपी समर्थक निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को वोट देने की घोषणा करने के बाद सियासत गर्मा गई है. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भी बेनीवाल पर 40 करोड़ में सौदेबाजी करने का आरोप लगाया है. वहीं कई विधायक और कांग्रेस समर्थक नेता हनुमान बेनीवाल पर निशाना साध रहे हैं.
आम आदमी पार्टी ने क्या आरोप लगाया
'आप' पार्टी के प्रभारी विनय मिश्रा का आरोप है कि, एक एमएलए बराबर 10 करोड़ और 10 करोड़ उनका अपना खर्च. कुल 40 करोड़ रुपये एक पार्टी ने झटके में उठा लिया. यह अपने कुल 3 विधायक राज्यसभा में चुनाव में बेचकर किया गया. ये भी नहीं सोचा कि, किसान भाइयों पर क्या गुजर रहा होगा? 40 करोड़ में 2-4 लाख अपने आईटी सेल वालों को दे देंगे जो पूरा दिन गुण गाएंगे, बाकी सब गायब.
आप राजस्थान प्रभारी ने क्या कहा
राजस्थान में आम आदमी पार्टी के प्रभारी विनय मिश्रा ने ट्वीट करके हनुमान बेनीवाल को राज्यसभा सीट विक्रेता बताया है. उन्होंने कहा कि आज के बाद राजस्थान की जनता हनुमान बेनीवाल जी से सवाल करेगी कि जब बीजेपी से ही पहले प्रत्यक्ष रूप से और फिर अप्रत्यक्ष रूप से गठबंधन करना था तो तीसरे विकल्प के सपने क्यों दिए? अब आपके झूठे सपने और वादे में राजस्थान की जनता नहीं आएगी. अब जनता सजग हो चुकी है. सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी के राजस्थान प्रभारी विनय मिश्रा को घेरा भी जा रहा है. विनय मिश्रा के लगाए गए आरोपों की सत्यता की मांग भी की जा रही है.
कांग्रेस विधायक ने भी साधा निशाना
आरएलपी के तीनों विधायकों के निर्दलीय सुभाष चंद्रा को वोट देने की घोषणा के बाद कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने बेनीवाल की पार्टी पर निशाना साधा और इसे किसान विरोधी फैसला करार दिया है. इधर आप के राजस्थान प्रभारी विनय मिश्रा ने भी बेनीवाल पर 40 करोड़ रुपए लेकर चंद्रा को समर्थन देने का आरोप लगाया है. मदेरणा ने ट्वीट करके बेनीवाल की पार्टी पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा कि, यह किसान विरोधी निर्णय है. कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों में से एक उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला किसान वर्ग से हैं. वे किसान हितैषी होते तो उनके समर्थन में मतदान का निर्णय लेते.