Rakesh Tikait: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानून वापसी के बाद किसानों का आंदोलन स्थगित हो गया. वहीं इस आंदोलन के अगुआ रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने आंदोलन को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि आंदोलन अभी स्थगित हुआ है. किसान चार महीनों की छुट्टी पर गए हैं. साथ ही उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा के चुनाव लड़ने पर भी स्थिति साफ की. 


किसानों की होगी ट्रेनिंग
राकेश टिकैत ने कहा, "ना ही किसान कहीं गए है, ना सरकार कहीं गई है. अब किसानों के आंदोलन के लिए 13 महीने की ट्रेनिंग होगी. संयुक्त किसान मोर्चा कोई चुनाव नहीं लड़ रहा है. 15 जनवरी को हमारी बैठक है. आंदोलन अभी सिर्फ स्थगित हुआ है, जो किसान गए हैं वो चार महीने की छुट्टी पर गए हैं."



'किंग नहीं किंग मेकर होता है किसान'
वहीं कल  राकेश टिकैत ने भरतपुर संस्थापक महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस कार्यक्रम में शिरकत की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के किसानों की जो मांग थी वह पूरी हो गई और किसानों की जीत हो गई है. हमें चुनाव लड़ना नहीं है बल्कि सड़कों पर आंदोलन करना है. टिकैत ने कहा आगे कहा कि किसान किंग नहीं बल्कि किंग मेकर होते हैं. किसान जिसको चाहेगा उसकी ही सरकार बनेगी. किसानों को जो नजरअंदाज करेगा वह सत्ता के गलियारों से हमेशा दूर रहेगा. किसानों के एकजुटता और सरकार के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर पर डटे रहने के कारण ही तीन कृषि कानूनों को वापस लिया गया है.  


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